- बिना अनुमति शत्रु संपत्ति नीलाम करने पर हुए बर्खास्त

- निलंबित हुए अफसर ने बेटे के नाम जमीन खरीद हड़पा मुआवजा

LUCKNOW:

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए योगी सरकार ने सोमवार को एक वरिष्ठ पीसीएस अफसर को बर्खास्त जबकि दूसरे को निलंबित कर दिया। किसी पीसीएस अधिकारी को बर्खास्त करने की यह अपनी तरह की पहली कार्रवाई मानी जा रही है। सीएम ने दो अलग-अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए अपर आयुक्त मेरठ रणधीर सिंह दुहण को बर्खास्त किया, जबकि नोएडा (गौतमबुद्धनगर) के एडीएम घनश्याम सिंह को निलंबित कर दिया है। क्99क् बैच के रणधीर सिंह दुहण फरवरी, ख्0क्8 में सेवा निवृत्त होने वाले थे, जबकि क्997 बैच के घनश्याम सिंह जून, ख्0ख्म् में सेवानिवृत्त होंगे।

दुहण ने शत्रु संपत्ति को किया नीलाम

आरोप है कि रणधीर सिंह दुहण ख्0क्ख्-क्फ् में शामली में अपर जिलाधिकारी थे। उन्होंने शत्रु संपत्ति की ख्7 हेक्टेयर जमीन बिना अधिकार नीलाम कर दी। सहारनपुर के तत्कालीन कमिश्नर तनवीर जफर अली से इसकी जांच कराई गई। कमिश्नर की जांच में दुहण पर लगे सभी आरोप सही पाये गये। अपर मुख्य सचिव नियुक्ति दीपक त्रिवेदी ने बताया कि दरअसल, दुहण शत्रु संपत्ति की जमीनों के निस्तारण के लिए न तो अधिकृत थे और न ही कोई अधिनियम प्रभावी था, फिर भी उन्होंने इसका निस्तारण किया। यह आरोप सिद्ध होने की वजह से ही उन्हें निलंबित किया गया है। दुहण को जून ख्0क्ब् में निलंबित किया गया था पर कुछ समय बाद वह बहाल हो गए। आरोप है कि मामले को दबवाने की उन्होंने पुरजोर कोशिश की। योगी सरकार बनने के बाद उनकी फाइलें खुलीं तो फिर वह बच नहीं पाये। अभी कुछ समय पहले ही उन पर एक और विभागीय कार्यवाही की गई। उन्हें पीसीएस सेवा के सबसे लोअर (एसडीएम) पद पर पदावनत किया गया। उन्हें यह दंड ग्राम सभा की एक जमीन में हेराफेरी के चलते दिया गया।

वसूला दस गुना मुआवजा

गौतमबुद्ध नगर में तैनात एडीएम घनश्याम सिंह पर गंभीर आरोप है। मेरठ-गाजियाबाद एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान उन्होंने अपने बेटे के नाम जमीन खरीदवाई। जमीन के घोषित मुआवजे में कमी बताकर उन्होंने डीएम कोर्ट में पैरवी की और दस गुना मुआवजा बढ़वाया। मेरठ के कमिश्नर प्रभात कुमार ने इसकी जांच कराई और आरोप सही पाये जाने पर उन्हें निलंबित करने की संस्तुति की। ख्0क्ख् में यह जमीन खरीदी गई थी। तब प्रतिवर्ग मीटर म्क्7 रुपये मुआवजे का रेट था। उन्होंने मुआवजा बढ़वा म्भ्00 रुपये प्रति वर्ग मीटर तय करा दिया। आरोप सही पाये जाने पर सीएम ने घनश्याम सिंह को निलंबित करने के आदेश दिए।

Posted By: Inextlive