- शहर का कूड़ा उठाकर शीशमबाड़ा प्लांट तक पहुंचाना होगा

- कंपनी के साथ होगा सात साल के लिए अनुबंध

- 31 अगस्त को नगर निगम करेगा टेंडर इनवाइट

DEHRADUN: नगर निगम एक बार फिर शहर की सफाई की व्यवस्था निजी कंपनी को सौंपने जा रहा है। जो कंपनी सफाई की जिम्मेदारी लेगी, वही कूड़ा उठान के लिए शुल्क भी वसूलेगी। कंपनी के साथ निगम सात साल का अनुबंध करेगा। चार साल पहले भी सफाई की जिम्मेदारी निजी कंपनी को दी गई थी, इसके बाद निगम ने ये व्यवस्था अपने हाथ में ली थी।

हर माह फ्क् लाख का नुकसान

निगम से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिमाह सफाई व्यवस्था पर चालीस लाख का खर्चा आ रहा है। जिसमें से क्8 लाख ठेका सफाई कर्मियों का वेतन व ख्ख् लाख रुपये कूड़ा उठा रहे वाहनों पर खर्च हो रहा है। जबकि निगम को शुल्क के रूप में केवल 9 लाख रुपए की ही आमदनी हो रही है। इस तरह से निगम को हर महीने करीब फ्क् लाख रुपए का नुकसान हो रहा है।

कंपनी की जिम्मेदारी

जिस कंपनी से भी निगम का अनुबंध होगा, उसे शहर के सभी वार्डो से कूड़ा कलेक्ट कर शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट तक पहुंचाना होगा। निगम इसके लिए अपने सारे वाहन कंपनी को सौंपेगा। इनका रख-रखाव कंपनी को ही करना होगा। कंपनी इन वाहनों का निगम को कोई भुगतान नही करेगी। अभी तक निगम का वाहनों के ईंधन से लेकर मेंटिनेंस पर हर महीने ख्ख् लाख का खर्चा अा रहा था।

ख्भ्0 कर्मचारियों की रोजी पर संकट

वार्डों में कूड़ा उठा रहे ख्भ्0 सफाई कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक गया है। चार साल पहले निगम ने भार्गव कंपनी को कूड़ा उठान का ठेका सौंपा था। उस समय कंपनी ने इन लोगों को वार्डो में सफाई के लिए नियुक्त किया था। लेकिन, जब निगम ने कूड़ा उठान का जिम्मा अपने हाथ में लिया तो इन सफाई कर्मियों को यथावत रहने दिया गया। लेकिन, पीपीपी मोड़ पर जाने के बाद इनकी नौकरी पर भी संकट मंडरा रहा है।

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शहर की सफाई व्यवस्था पीपीपी मोड पर कराई जाएगी। अब जो भी कंपनी सफाई का जिम्मा लेगी शहर को स्वच्छ रखना उसका काम होगा। इसके लिए फ्क् अगस्त को टेंडर होने जा रहे हैं।

विनोद चमोली, मेयर, नगर निगम।

Posted By: Inextlive