आर्थिक सुधारों की घोषणा के बावजूद निवशकों का भरोसा कायम नहीं रह सका और दुनियाभर के शेयर बाजार लगातार बिकवाली के दबाव में हैं। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की आर्थिक विकास दर अनुमान घटा दी जिससे सेंसेक्स 1700 अंक से ज्यादा फिसल गया।

मुंबई (पीटीआई)आर्थिक मंदी को गति देने के लिए सुधारों की घोषणा के बावजूद कोविड-19 महामारी के डर से शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स बुधवार को कारोबार के दौरान 1,709 अंक फिसल गया। सरकारों द्वारा आर्थिक सुधारों की घोषणा दुनियाभर के शेयर बाजारों का भरोसा नहीं लौटा सकी और ग्लोबल ट्रेंड नेगेटिव ही रहा। बिकवाली के दबाव में बीएसई सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 2,488.72 अंक तक लुढ़क गया लेकिन बाद में यह 1,709.58 अंक या 5.59 प्रतिशत फिसल कर 28,869.51 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरी एनएसई निफ्टी 498.25 अंक या 5.56 प्रतिशत फिसल कर 8,468.80 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की लूजर लिस्ट में इंडसइंड बैंक टाॅप

सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक टाॅप लूजर रहा। इसके शेयर 23 प्रतिशत तक टूट गया। इसके बाद पावरग्रिड, कोटक बैंक, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बेंक और एनटीपीसी टाॅप लूजर की लिस्ट में रहे। ओएनजीसी और आईटीसी सिर्फ यही दो कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। कारोबारियों का कहना था कि निवेशकों का भरोसा डिगने के कारण घरेलू शेयर बाजार अपना शुरुआती बढ़त बरकरार रखने में कामयाब नहीं रह सका और बिकवाली के दबाव में आकर भरभरा कर गिर गया। दिन की शुरुआत में ही एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने 2020 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर अनुमान घटा कर 5.2 प्रतिशत कर दिया। एजेंसी ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी की वजह से दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है।

अमेरिका और एडीबी ने की आर्थिक पैकेज की घोषणा

2020 के लिए एजेंसी ने पहले अनुमानित विकास दर 5.7 प्रतिशत बताई थी। ग्लोबल अर्थव्यस्था के मंदी की ओर जाने के कारण एसएंडी ने अपने एक बयान में कहा कि एशिया-प्रशांत की आर्थिक विकास दर आधा प्रतिशत से ज्यादा और 3 प्रतिशत से कम रहेगी। शंघाई, हांगकांग, सियोल और जापान के सराफा बाजार में 4.86 प्रतिशत तक लड़खड़ा गए। यूरोप के शेयर बाजार शुरुआती कारोबार के दौरान 4 प्रतिशत तक फिसल गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 ट्रिलियन डाॅलर के आर्थिक पैकेज की घोषणा की। यह राहत पैकेज 2008 की मंदी के बाद सबसे बड़ी मदद है। इधर एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने भी अपने सदस्य देशों को महामारी से लड़ने के लिए 6.5 बिलियन डाॅलर के पैकेज की घोषणा की है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh