बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 1940 अंक लुढ़क कर 49000 अंक के स्तर पर बंद हुआ। ग्लोबल बांड मार्केट की ओर निवेशकों के रुझान की वजह से दुनिया भर के शेयर बाजार लाल रहे। यही वजह रही कि भारतीय शेयर बाजारों में भी गिरावट दर्ज की गई।


मुंबई (पीटीआई)। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,939.32 अंक या 3.80 प्रतिशत के नुकसान के साथ 49,099.99 अंक के स्तर पर आकर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 568.20 अंक या 3.76 प्रतिशत फिसल कर 14,529.15 अंक के स्तर पर आ गया। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।ओएनजीसी सेंसेक्स पैक में टाॅप लूजरसेंसेक्स पैक में ओएनजीसी टाॅप लूजर रहा। इसके शेयरों में करीब 6.50 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके बाद नुकसान के साथ बंद होने वाले शेयरों में एमएंडएम, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, पावरग्रिड, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक शामिल रहे।वित्तीय सेक्टर में भारी गिरावट


सेक्टर के लिहाज से देखें तो सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग सेक्टर को हुआ। यह सेक्टर 4.8 प्रतिशत तक लुढ़क कर बंद हुआ। फाइनेंशियल सेक्टर बिकवाली के दबाव में तेजी से 4.9 प्रतिशत तक फिसलता चला गया। वहीं तीसरी सबसे बड़ी गिरावट टेलीकाॅम सेक्टर में आई। बिकवाली के दबाव में यह सेक्टर 3.85 प्रतिशत तक लुढ़क कर बंद हुआ।कच्चा तेल 65.34 डाॅलर प्रति बैरल

एशियाई शेयर बाजार भारी नुकसान के साथ बंद हुए। यूरोपीय शेयर बाजारों में मिड सेशन सौदे नुकसान के साथ हुए। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि बांड यिल्ड बढ़ने की वजह से निवेशकों का रुझान जोखिम वाले शेयर बाजार से उस ओर गया है जिसकी वजह से गिरावट आई। ग्लोबल मार्केट में कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का सौदा 1.16 प्रतिशत नीचे 65.34 डाॅलर प्रति बैरल के भाव पर हुआ।

Posted By: Satyendra Kumar Singh