कोविड-19 के कारण ग्लोबल इकोनाॅमी पर अब मंदी की ओर तेजी से बढ़ रही है। दुनियाभर के शेयर बाजारों से निवेशकों का भरोसा हट गया है। लगातार गिरावट के बावजूद बृहस्पतिवार को घरेलू शेयर बाजार बड़ी गिरावट के बाद तेजी से रिकवरी करने में कामयाब रहा।

मुंबई (पीटीआई)कोविड-19 महामारी के डर से वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा रही है। इस कारण से दुनियाभर के बाजारों से निवेशकों का भरोसा लड़खड़ा गया है। कोरोना की वजह से मंदी के डर से बृहस्पतिवार को बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजार 581 अंक लुढ़क कर बंद हुआ। कारोबार के दौरान अमेरिकी डाॅलर के मुकाबले रुपया 81 पैसे टूट कर 75.07 रुपये प्रति डाॅलर रहा।

घरेलू बाजार में दिखी तेज रिकवरी

दोपहर बाद बाजार में थोड़ा भरोसा दिखा और लुढ़कते एशियाई बाजार से थोड़ा उबर सका। शुरुआती कारोबार के दौरान 2,656.07 अंकों की बड़ी गिरावट में तेज रिकवरी भी देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 581.28 अंक या 2.01 प्रतिशत लुढ़क कर 28,288.23 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 205.35 अंक या 2.42 प्रतिशत गिरकर 8,263.45 अंक पर बंद हुआ। एक बार कारोबार के दौरान यह 7,900 अंक के नीचे चला गया था।

सेंसेक्स में बजाज फाइनेंस टाॅप लूजर

30 शेयरों वाले बीएसई सेंसेक्स में बजाज फाइनेंस टाॅप लूजर रहा। इसके शेयर करीब 10 प्रतिशत तक टूट गए। इसके बाद टाॅप लूजर लिस्ट में एक्सिस बैंक, मारुति, एमएंडएम, टेक महिंद्रा और ओएनजीसी शामिल रहे। बिकवाली के बावजूद आईटीसी, भारतीय एयरटेल, कोटक बैंक और हीरो मोटरकाॅर्प के शेयर लाभ कमाने में कामयाब रहे।

पैकेज की घोषणा से नहीं लौटा भरोसा

आनंद राठी शेयर एंड स्टाॅक ब्रोकर्स के फंडामेंटल इक्विटी रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि अमेरिकी और एशियाई बाजारों के दबाव में भारतीय शेयर बाजार शुरुआती कारोबार में नेगेटिव रुख के साथ खुले। ग्लोबल मार्केट में नेगेटिव ट्रेंड कायम रहा। कोरोना वायरस महामारी के कारण निवेशकों का भरोसा हिला हुआ है। दोपहर बाद बाजार ने वापसी की लेकिन गिरावट के साथ ही बंद हुआ। कारोबारियों का कहना था कि मंदी से निपटने को दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों द्वारा पैकेज की घोषणा के बावजूद निवेशकों का भरोसा नहीं लौटा।

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दक्षिण कोरिया के इंडेक्स कोस्पी पर बड़ी मार

एशिया महाद्वीप में दक्षिण कोरियाई इंडेक्स कोस्पी पर सबसे ज्यादा मार पड़ी। वह 8 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया। इसके बाद हेंग शेंग, निक्केई और शंघाई कंपोजिट बड़ी गिरावट वाले इंडेक्स में शामिल थे। यूरोपियाई केंद्रीय बैंक के अचानक 750 अरब यूरो के राहत पैकेज की घोषणा के बाद यूरोपीय सराफा बाजार में पाॅजिटिव ट्रेंड देखने को मिला। इसी बीच ब्रेंट क्रूड ऑयल की वायदा कीमतों में 5.55 प्रतिशत सुधर कर 26.26 डाॅलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया।

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Posted By: Satyendra Kumar Singh