विक्रम संवत 2076 का आरंभ बीएसई सेंसेक्‍स के लिए सकारात्‍मक रहा। जब सप्‍ताहांत व दिवाली के अवकाश के बाद मंगलवार को नए हिंदू लेखा वर्ष में पूरे दिन का कारोबार हुआ तो बीएसई व निफ्टी दोनों ही ऊपर बंद हुए।


मुंबई (एएनआई)। विक्रम संवत 2076 का आरंभ बीएसई सेंसेक्स के लिए सकारात्मक रहा। जब सप्ताहांत व दिवाली के अवकाश के बाद मंगलवार को नए हिंदू लेखा वर्ष में पूरे दिन का कारोबार हुआ तो बीएसई व निफ्टी दोनों ही ऊपर बंद हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में कटौती और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में प्रगति की उम्मीद का इसमें योगदान रहा। सकारात्मक माहौल में उन रिपोर्टों का भी असर रहा जिनके मुताबिक सरकार इक्विटी में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आने वाले हफ्तों में टैक्स अलाइनमेंट की एक योजना बना रही है।39,832 पर बंद हुआ बीएसई एसएंडपी सेंसेक्स


बीएसई एसएंडपी सेंसेक्स 582 अंक या 1.48 प्रतिशत बढ़कर 39,832 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50, 160 अंक बढ़कर 11,787 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सभी सेक्टोरल इंडेक्स निफ्टी ऑटो में 4.3 फीसदी, मेटल में 3.9 फीसदी, आईटी में 1.5 फीसदी और फार्मा में 1 फीसदी की तेजी दिखी। शेयरों में से, टाटा मोटर्स ने रविवार को एक घंटे के मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान 16 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी के बाद मंगलवार को 16.5 प्रतिशत की छलांग लगाई व 172.15 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। निर्माताओं के शेयरों में सुधार देखा गया

अपने दूसरी तिमाही के परिणामों में, ऑटो निर्माता कंपनी अपनी ब्रिटिश लग्जरी कार इकाई जगुआर लैंड रोवर के प्रदर्शन में सुधार की बात कही है। अन्य वाहन निर्माताओं के शेयरों में सुधार देखा गया। मारुति सुजुकी इंडिया 4.4 प्रतिशत और आयशर मोटर्स 3.7 प्रतिशत की बढ़त के साथ आगे बढ़े। मेटल शेयरों में भी जेएसडब्ल्यू स्टील की 6.7 प्रतिशत, टाटा स्टील की 6.4 प्रतिशत और वेदांता की 3.6 प्रतिशत की बढ़त के साथ लाभ हुआ। लेकिन टेलीकॉम शेयरों में भारती इंफ्राटेल 9 फीसदी, वोडाफोन आइडिया 8.1 फीसदी और भारती एयरटेल 3.3 फीसदी फिसल गई। पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजित सकल राजस्व (AGR) की ऑपरेटरों की परिभाषा को खारिज कर दिए जाने के बाद उनका नीचे गिरना जारी रहा। इस फैसले से नकदी की कमी से जूझ रहे संचालकों पर 92,000 करोड़ रुपये का नकारात्मक असर पड़ेगा।एशियाई शेयरों पर मिला जुला असर देखा गयाइस बीच, अमेरिकी-चीन व्यापार वार्ता में प्रगति की आशा के बीच एशियाई शेयरों पर मिला जुला असर देखा गया। इसके अलावा, निवेशकों को इस सप्ताह के अंत में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद है। जापान का निक्केई 0.47 प्रतिशत बढ़ा जबकि दक्षिण कोरिया के कोस्पी ने भी 0.1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की।

Posted By: Mukul Kumar