घरेलू शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बृहस्पतिवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। कोविड-19 महामारी की चिंता से निवेशक सतर्क रहे। सकारात्मक रुझान की कमी से भी बाजार में गिरावट आई।


मुंबई (पीटीआई)। बीएसई सेंसेक्स पाॅजिटिव नोट के साथ खुलने के बावजूद कारोबार के अंत तक बढ़त बरकरार नहीं रख सका। शाम को सेंसेक्स 59.14 अंक या 0.15 प्रतिशत मामूली रूप से फिसल कर 38,310.49 अंक पर बंद हुआ। इस तरह एनएसई निफ्टी 7.95 अंक या 0.07 प्रतिशत लुढ़क कर 11,300.45 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में भारती एयरटेल टाॅप लूजर रहा, इसके शेयरों में 2 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट आई।दोपहर बाद मुनाफावसूली से बाजार लुढ़के


इसके बाद लूजर लिस्ट में सनफार्मा, आईटीसी, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, एफडीएफसी बैंक और नेस्ले इंडिया के शेयर शामिल रहे। दूसरी ओर एलएंडटी के शेयरों में 4 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया। इसके बाद टाॅप गेनर लिस्ट में टाइटन, एचसीएल टेक, एनटीपीसी और अल्ट्रा टेक सीमेंट के शेयर शामिल रहे। आनंद राठी में फंडामेंटल इक्विटी रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी ने बताया कि भारतीय शेयर बाजार पाॅजिटिव नोट के साथ खुले लेकिन एशियाई बाजारों से मिलेजुले रुख की वजह से बढ़त बरकरार नहीं रह सकी। दोपहर के कारोबार के बाद मुनाफावसूली की वजह से बाजार फिसलते चले गए।कच्चा तेल फिसला, रुपया 1 पैसा कमजोर

कारोबारियों के मुताबिक, ग्लोबल स्तर से सकारात्मक रुख की कमी और कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी से निवेशक चिंतित हो गए। शंघाई, टोक्यो और सियोल के बाजार लाभ के साथ बंद हुए जबकि हांगकांग के बाजार में सौदे नुकसान के साथ खत्म हुए। यूरोपीय बाजारों में शुरुआती सौदे नुकसान के साथ तय किए गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल ब्रेंट क्रूड के भाव 0.20 प्रतिशत तक फिसल गए। एक बैरल की कीमत 45.34 डाॅलर रही। मुद्रा बाजार में अमेरिकी डाॅलर के मुकाबले रुपया करीब-करीब स्थिर रहा और 1 पैसा नीचे बंद हुआ। एक अमेरिकी डाॅलर की कीमत 74.84 रुपये रही।

Posted By: Satyendra Kumar Singh