बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 661 अंक फिसल कर बंद हुआ। सेंसेक्स में यह गिरावट वित्तीय शेयरों में नुकसान और बिकवाली के दबाव में आए दुनिया भर के बाजारों के असर से आई।


मुंबई (पीटीआई)। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स दिन के कारोबार के दौरान 35,877.42 अंक का गोता लगाने के बाद 660.63 अंक या 1.80 प्रतिशत फिसल कर 36,033.06 अंक के स्तर पर आकर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 195.35 अंक या 1.81 प्रतिशत लुढ़क कर 10,607.35 अंक के स्तर पर आ गया। एचडीएफसी के दोनों शेयरों में जमकर बिकवाली हुई। इनके शेयरों में 2.94 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली।सेंसेक्स पैक में टाइटन टाॅप गेनर


यह गिरावट एचडीएफसी बैंक के उस बयान के बाद आई जिसमें उसने कहा कि वह वाहनों के लिए लोन देने के आरोपों की जांच शुरू कर रहा है। टाॅप लूजर लिस्ट में एचडीएफसी के अलावा इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, मारुति, बजाज फिनसर्व, पावरग्रिड और एसबीआई कंपनियों के शेयर शामिल रहे। दूसरी ओर टाइटन, भारती एयरटेल और बजाज ऑटो इस गिरावट के दौर में भी बढ़त बनाने में कामयाब रहे और इन कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।अमेरिका-चीन से निवेशकों में चिंता

एलकेपी सिक्योरिटीज में रिसर्च हेड एस रंगनाथन ने कहा कि वित्तीय और मेटल शेयरों की कमजोरी से दोनों प्रमुख सूचकांकों में 2 प्रतिशत के करीब करेक्शन आया है। ऑटो शेयरों में हम पहले ही मुनाफावसूली देख चुके हैं। कारोबारियों के मुताबिक, अमेरिका-चीन तनाव के बीच और कोविड-19 महामारी की चिंता ने इनवेस्टर्स में भय का माहौल पैदा किया है। इसके चलते दुनिया भर के बाजारों से नकारात्मक रूझान देखने को मिला है।एशियाई और यूरोपीय बाजार में गिरावटअमेरिका ने दक्षिण चीन सागर से चीन के दावेदारी को खारिज कर दिया इससे तनाव का माहौल बन गया है। वहीं दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या 1.3 करोड़ पार कर गई है। भारत में कोविड-19 से संक्रमितों की संख्या 9.06 लाख से ज्यादा हो चुकी है। शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सियोल के बाजारों में बड़ी गिरावट रही। वहीं यूरोपीय बाजार भी गिर कर खुले। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल ब्रेंट क्रूट वायदा 0.73 प्रतिशत फिसल कर 42.41 डाॅलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया।

Posted By: Satyendra Kumar Singh