पाॅजिटिव ग्लोबल रुखे से घरेलू शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स सोमवार को कारोबार के दौरान 99 अंक बढ़कर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में जबरदस्त लिवाली से उसके शेयर रिकाॅर्ड स्तर पर पहुंच गए।


मुंबई (पीटीआई)। दिन के कारोबार के दौरान 430 अंक के उछाल के बाद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 99.36 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त बरकरार रखकर 36,693.69 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 34.65 अंक या 1.15 प्रतिशत उछल कर 10,802.70 अंक के स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स पैक में रिलायंस इंडस्ट्रीज टाॅप गेनर रहा। इसके शेयरों में 3 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल देखने को मिला। यह उछाल कंपनी के एक बयान से आया जिसमें उसने कहा था कि जियो प्लेटफार्म में वायरलेस टेक्नोलाॅजी क्वालकाॅम ने 750 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। जियो में 0.15 प्रतिशत की हिस्सेदारी के लिए क्वालकाॅम के निवेश के साथ ही कंपनी में निवेश की राशि अप्रैल से अब तक 1.18 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई है।टाॅप लूजर एचडीएफसी के शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स की टाॅप गेनर लिस्ट में आरआईएल के बाद टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, इनफोसिस, एचयूएल और आईटीसी कंपनियों के शेयर शामिल रहे। दूसरे ओर एचडीएफसी के दोनों शेयरों में गिरावट देखने को मिली और इनके शेयरों में 2 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इसके शेयरों में यह गिरावट एचडीएफसी बैंक की व्हीकल फाइनेंस शाखा द्वारा अनैतिक ऋण के आरोपों के बाद बिकवाली के दबाव में आने पर हुई। इसके अलावा टाॅप लूजर लिस्ट में पावरग्रिड, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और कोटक बैंकों के शेयर शामिल रहे। कारोबारियों के मुताबिक, बाजार में इंडेक्स में बड़ी हिस्सेदारी वाली कंपनियों के शेयरों की वजह से भारी उतार-चढ़ाव का दाैर रहा।विदेशी बाजारों से सकारात्मक रुख से सहारापाॅजिटिव ग्लोबल रुख से घरेलू बाजारों को सहारा मिला। शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सियोल के बाजार सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए। उन्हें उम्मीद थी कि आने वाले समय में आय में बढ़ोतरी होगी। यूरोप के स्टाॅक एक्सचेंज में भी पाॅजिटिव नोट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। इस बीच कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड वायदा के भाव 1.25 प्रतिशत तक नीचे आ गए। गिरावट के बाद एक बैरल की कीमत 42.70 डाॅलर रह गई। उधर मुद्रा बाजार में अमेरिकी डाॅलर के मुकाबले रुपया 75.19 पर स्थिर रहा।

Posted By: Satyendra Kumar Singh