चौतरफा बिकवाली में घरेलू शेयर बाजार फिसल कर बंद, सेंसेक्स 394 अंक टूटा तो निफ्टी 11,350 अंक से नीचे
मुंबई (पीटीआई)। बीएसई सेंसेक्स 394.40 अंक या 1.02 प्रतिशत नीचे 38,220.39 अंक पर आ गए। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 96.20 अंक या 0.84 प्रतिशत टूट कर 11,312.20 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में एचडीएफसी टाॅप लूजर रहा। कारोबार के दौरान बिकवाली के दबाव में इसके शेयर 2 प्रतिशत से ज्यादा लुढ़क गए। इसके बाद एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, एमएंडएम, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक और टाइटन के शेयर शामिल रहे।सेंसेक्स पैक में एनटीपीसी रहा टाॅप गेनरदूसरी ओर भारी बिकवाली के दबाव के बावजूद एनटीपीसी, ओएनजीसी, पावरग्रिड और टाटा स्टील के शेयर लाभ के साथ बंद हुए। आनंद राठी में इक्विटी फंडामेंटल रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार नकारात्मक रुख के साथ खुले। अर्थव्यवस्था को लेकर यूएस फेडरल रिजर्व की चेतावनी के बाद एशियाई शेयर बाजार प्रभावित रहे। अमेरिका-चीन तनाव और कोरोना वायरस के नये संक्रमण से बाजार में गिरावट आई।
अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशक चिंतित
फेडरल रिजर्व की बैठक की चर्चा में यह बात सामने आई कि भविष्य में सुगम अर्थव्यवस्था की डगर नीति-नियंताओं के लिए अब भी कठिन बनी हुई है। अब यह सब नोवल कोरोना वायरस पर निर्भर करता है। दोपहर के कारोबारी सत्र में बाजार ने अपने निम्नतम स्तर से उबरने की कोशिश की लेकिन कारोबारियों के मुनाफावसूली की वजह से कामयाबी नहीं मिल सकी। उन्होंने कहा कि कारोबारी वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट से भी चिंतित थे जिसमें उसने वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए भविष्यवाणी की है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 3.2 प्रतिशत से नीचे ही रहेगी।कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड की कीमत फिसलीशंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सियोल के शेयर बाजार भारी नुकसान के साथ बंद हुए। यूरोपीय शेयर बाजारों में शुरुआती सौदे भारी बिकवाली के दबाव में नुकसान के साथ हुए। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का सौदा 1.06 प्रतिशत नीचे 44.89 डाॅलर प्रति बैरल के भाव पर हुआ। मुद्रा बाजार में अमेरिकी डाॅलर के मुकाबले रुपया 20 पैसे कमजोर रहा। एक अमेरिकी डाॅलर की कीमत 75.02 रुपये रही।