Yasin Malik the chairman of Jammu and Kashmir Liberation Front JKLF defended himself and said that he did not shared the dais with 26/11 Mumbai Terror attack mastermind Hafiz Sayed deliberately.


पार्लियामेंट अटैक के दोषी अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के मामले में विरोध की आवाज उठाने वाले अलगाववादी नेता यासिन मलिक पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है. यासीन मलिक और मुंबई हमलों के आरोपी हाफिज सईद एक साथ एक मंच पर नजर आए थे.पहले भी हाफिज से मिला है यासीन


इस बीच पूरे मामले पर यासीन मलिक ने एक प्राइवेट न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा है कि फांसी के विरोध में हम लोग शांतिपूर्ण गांधीवादी तरीके से भूख हड़ताल कर रहे थे और हाफिज को वहां बुलाया नहीं गया था, बल्कि खुद कुछ देर के लिए वह वहां पहुंचा था. यासीन मलिक ने यह भी कहा कि उन्होंने पहले भी कई बार हाफिज सईद से मुलाकात की है और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की वकालत कर चुके हैं. ऐसे में अब एक मंच पर उन दोनों की मौजूदगी को बेवजह तूल दिया जा रहा है.होम मिनिस्ट्री लेगी एक्शन

गौरतलब है कि पाकिस्तान गए यासीन मलिक ने फांसी के विरोध में इस्लामाबाद में 24 घंटे की भूख हड़ताल की, जहां 8 जगहों पर उन्हें हाफिज सईद के साथ देखा गया. इस मामले में यूनियन होम मिनिस्टर सुशील कुमार शिंदे ने कार्रवाई का संकेत देते हुए कहा है कि वह इस मामले पर गौर करेंगे.

बीजेपी ने बताया देश विरोधीइस मामले में आरएसएस के प्रवक्ता राममाधव ने कहा है कि यासीन मलिक हमेशा भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं, वहीं इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि अलगावादियों की भूमिका हमेशा संदेहास्पद रही है. इस मामले में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि हाफिज की मुंबई आतंकी हमले में कई बार सबूत दे चुका है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई. अब यासीन का हाफिज के साथ दिखना गंभीर मामला है.

Posted By: Garima Shukla