-टीबी, कैंसर और सांस संबंधी बीमारियों के पेशेंट मुसीबत में

PATNA: कोरोना से बचाव और एहतियात के तौर पर लॉकडाउन है लेकिन दमा, कैंसर और सांस की गंभीर बीमारी वाले पेशेंट की परेशानी बढ़ गई है। सवाल इलाज और दवाइयों के मुहैया किए जाने का है। ऑनलाइन दवाइयां मंगाने की व्यवस्था भले ही कर ली गई है लेकिन कुछ गंभीर पेशेंट के मामले में यह पर्याप्त नहीं है। पटना में ऐसे हजारों पेशेंट्स हैं जिन्हें विशेष मेडिसिन की जरूरत पड़ती है, जो सभी मेडिकल स्टोर में उपल?ध नहीं होते हैं। जैसे टीबी के पेशेंट को कैटेगरी के मुताबिक डॉक्टर्स की विशेष निगरानी में दवाइयां सरकारी अस्पतालों से मुहैया कराई जा रही थी। जब से लॉकडाउन हुआ है तब से ऐसे पेशेंट्स जो अस्पताल नहीं आ सकते हैं उनकी मुसीबत बढ़ गई है। इसी तरह कैंसर के स्टेज टू से स्टेज 3 में आने वाले पेशेंट्स डरे हुए हैं। उनका रूटीन चेकअप भी बंद है।

सीरियस पेशेंट्स की सर्जरी

लॉकडाउन के बीच पटना में कैंसर पेशेंट्स की परेशानी भी बढ़ गई है। जहां आम दिनों में पूरे प्रदेश से कैंसर पेशेंट्स महावीर कैंसर संस्थान में इलाज के लिए आ रहे थे, वह अब लॉकडाउन की वजह से नहीं आ पा रहे। यहां आउटडोर भी बंद हो गया है। फिलहाल जो पेशेंट्स यहां एडमिट है उन्हें लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है क्योंकि संस्थान का मानना है कि बाहर से नए लोगों के आने से कोरोना का खतरा हो सकता है। महावीर कैंसर संस्थान के प्रीवेंटिव ऑंकोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड मगन देव नारायण सिंह ने बताया कि फिलहाल जो इमरजेंसी वाले पेशेंट है, केवल उन्हें देखा जा रहा है। यदि जरूरत है तो सर्जरी की जा रही है। कैंसर के सभी प्रकार के पेशेंट अभी नहीं देखे जा रहे हैं। लेकिन यहां रेडियोथैरेपी की सुविधा चालू है जो सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक चल रही है। इसमें जो पेशेंट का डेट है उनकी रेडियोथैरेपी की जा रही है। एक दिन में करीब 300 पेशेंट की रेडियोथैरेपी हो रही है। कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर बीपी सिंह के मुताबिक सभी पेशेट्स को लॉकडाउन की वजह से वेट नहीं कराया जा सकता। पेशेंट्स किस स्टेट में है, उनका इलाज टाला जा सकता है या तुरंत करने की आवश्यकता है।

टीबी की दवा नहीं मिल रही

पटना में करीब 5000 से अधिक ऐसे टीबी पेशेंट से जो अपने दवा के लिए सरकारी हॉस्पिटल्स और वहां चलाए जा रहे टीबी उन्मूलन से जुड़े डॉक्टर्स पर निर्भर हैं। कई पेशेंट्स लॉकडाउन की वजह से हॉस्पिटल्स तक नहीं पहुंच रहे। जिला टीवी पदाधिकारी डॉ विष्णु कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल टीबी पेशेंट्स को लेकर कोई निर्देश नहीं हैं, ऐसे में पेशेंट्स को घर पर दवा मुहैया कराने की व्यवस्था अभी नहीं हो सकी है।

Posted By: Inextlive