सर्वर का खेल, 5 घंटे तक 50 बसों का संचालन फेल
12 बजे से खड़ी होने लगी बसें
2 बजे क बाद मैनुअल टिकट की व्यवस्था 5 बजे शाम शुरू हो सका संचालन 7 हजार से अधिक यात्री हुए परेशान 3 रुपए बढ़ा है टोल प्लाजा पर चार्ज - सर्वर डाउन होने से ईटीएम में नहीं अपलोड हो सका किराया - आलमबाग बस अड्डे पर भीषण गर्मी में परेशान रहे यात्री lucknow@inext.co.in LUCKNOW: परिवहन निगम की लापरवाही के चलते शनिवार को कैसरबाग एसी बस अड्डे पर पैसेंजर्स के पसीने छूट गए. ईटीएम को लेकर मची अफरा-तफरी से बसों का संचालन पटरी से उतर गया, जिसका खामियाजा पैसेंजर्स को उठाना पड़ा. निगम के अधिकारियों के अनुसार ईटीएम में किराया अपडेट किया जाना था, लेकिन सर्वर बैठ जाने से यह हो नहीं सका और दिक्कत सामने आ गई. बसों का बढ़ा किरायाबहराइच रूट पर रामनगर से पहले पड़ने वाले टोल प्लाजा पर चार्ज बढ़ने से बसों का किराया भी करीब 3 रुपए बढ़ गया है. इसी को देखते हुए इस रूट पर चलने वाली बसों के कंडक्टर्स की ईटीएम में किराए को अपडेट किया जाना था. किराया अपडेट होना तो दूर ऑनलाइन सर्वर के काम न करने से बाकी रूट पर जाने वाली बसों की ईटीएम भी एक तरह से बेकार हो गई. दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक सब सर्वर ठीक नहीं हुआ तो अधिकारियों ने कंडक्टर्स को मैनुअल टिकट उपलब्ध कराना शुरू किया. इस दौरान बस अड्डे पर यात्री भीषण गर्मी में परेशान होते रहे. इस दौरान चार से पांच घंटे यहां से बसों का संचालन प्रभावित रहा.
50 बसें हुई प्रभावित इस समस्या के कारण करीब 50 बसों का संचालन प्रभावित हुआ. बहुत से यात्री तो बस की उम्मीद छोड़कर दूसरे साधनों से अपनी मंजिल की ओर रवाना हो गए. आलमबाग बस अड्डे से चलने वाली लगभग सभी बसें दो से ढाई घंटे देर से रवाना की गई. बाक्स इन रूट पर आई दिक्कत - सीतापुर - गोरखपुर - फैजाबाद - हरदोई - बांगरमऊ कोट ईटीएम में किराया अपडेट किया जाना था, उसी के चलते एक से डेढ़ घंटे बसों का संचालन प्रभावित रहा. इसकी सूचना पहले ही दे दी गई थी. अमरनाथ सहाय, एआरएम कैसरबाग डिपो, परिवहन निगम बॉक्स मैनुअल की ही व्यवस्था करते कंडक्टर्स ने आरोप लगाया कि ईटीएम में किराया अपडेट करने का काम रात में किया जा सकता था. अगर दिन में ही इसे करना था तो पहले मैनुअल टिकट की व्यवस्था कर देते. मुसाफिरों का छलका दर्दबिलग्राम जाने के लिए 1 बजे यहां आ गया था. 4 बज गए हैं लेकिन अभी यह पता नहीं चला है कि बस जाएगी कि नहीं. एक तो बस नहीं चल रही है दूसरे धूप ने भी परेशान कर दिया है.
कमरुजमा, डेढ़ घंटे बाद तो यह पता चला कि बस जाएगी. पहले तो कोई यही बताने वाला ही नहीं था कि बस जाएगी या नहीं. इस धूप में सिर्फ मैं ही बाकी सब भी परेशान हैं. अनिल बांगरमऊ जाने वाली बस तो खड़ी है लेकिन कब जाएगी बताने वाला कोई नहीं है. यह दिक्कत थी तो रोडवेज को पहले से ही सूचना दे दी जानी चाहिए थी. सीबी सिंह