इलेक्शन कमिशन की नायाब पहल के नाते इस बार पोलिंग पार्टी के लोग सबसे पहले मतदान कर पा रहे हैं. इस तरह पहली बार तय तारीख के काफी पहले वोटिंग हो रही है.

इलेक्शन कमिशन के डायरेक्शन पर डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन मशीनरी ने इस बाबत यूनिवर्सिटी के दीक्षा भवन में एक बूथ बनाया है। फ्राइडे को शुरू हुई पोलिंग में हर विधानसभा के लिए आरओ और एआरओ की निगरानी में मतदान की व्यवस्था दी गई है। दीक्षा भवन में पोलिंग पर्सनल के लिए चल रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लेने के पहले या बाद में कर्मचारी अपने सर्विस बैलेट का यूज करते हुए अपनी पसंद के कैंडीडेट को वोट कर रहे हैं।

यह है व्यवस्था
यह फेसिलिटी उन एंप्लॉईज के  लिए है जिनकी ड्यूटी पोलिंग पार्टी में लगाई गई है। गोरखपुर में इनकी कुल संख्या पचास हजार के करीब आंकी गई है। इस व्यवस्था के तहत वोट करने वाले को फॉर्म 12-ए भरकर इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट लेना होगा। इसके बाद फॉर्म 12 भरकर पोस्टल बैलेट या सर्विस बैलेट इश्यू करा सकते हैं। दीक्षा भवन में बने बूथ में हर विधानसभा के लिए बैलेट बाक्स रखे हैं, जहां पर अपने कैंडीडेट के सामने निशान लगाकर ये बैलेट ड्रॉप किए जा सकते हैं।


Equation बदल सकते हैं ये service voters
इस बार के इलेक्शन में 3,424 बूथ और 90 ऑग्जीलरी बूथ बनाए गए हैं। 30 लाख 79 हजार 824 वोटर्स के वोट पोल कराने के लिए 17 हजार पोलिंग पर्सनल और 25 हजार सुरक्षा बलों के लोगों को जोड़ दिया जाए तो करीब पचास हजार की संख्या में ये सर्विस वोटर अलग-अलग विधानसभा सीटों पर समीकरण बदल सकते हैं। इनकी वैल्यू को देखते हुए ही इलेक्शन कमिशन ने इस बार इन सर्विस वोटर्स के लिए स्पेशल अरेंजमेंट किए हैं और उनकी वोटिंग पहले ही शुरू हो गई है।

Posted By: Inextlive