--UP बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय का इलाहाबाद परिषद के अपर सचिव प्रशासन कामता राम पाल ने किया इंस्पेक्शन

-फर्जी तरीके से हो रहा है मार्कशीट्स व सर्टिफिकेट का सत्यापन

VARANASI:

अब तो अपर सचिव ने भी मान लिया है कि यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में काम नहीं बल्कि अराजकता का माहौल है। मार्कशीट व सर्टिफिकेट का फर्जी तरीके से सत्यापन किया जा रहा है। शुक्रवार को इलाहाबाद स्थित परिषद के अपर सचिव प्रशासन कामता राम पाल ने बोर्ड ऑफिस का औचक निरीक्षण किया। इंस्पेक्शन में अपर सचिव को बहुत गड़बडि़यां मिलीं। इंस्पेक्शन के दौरान 79 स्टाफ मेंबर्स टाइम पर ऑफिस नहीं पहुंचे थे।

जब सिट्टी पिट्टी हो गई गुम

शिक्षामित्रों के मार्कशीट्स के सत्यापन को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है। गलत तरीके से सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन रिपोर्ट पंजीकृत डाक से न भेजकर कैंडीडेट्स को थमा दिया जा रहा है। अपर सचिव के मुंह ऐसी बात सुनते ही उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई थी। अपर सचिव ने यह भी कहा कि मार्कशीट्स व सर्टिफिकेट के करेक्शन में स्टूडेंट्स को जानबूझकर दौड़ाया जाता है। जिसकी रिपोर्ट यूपी बोर्ड की सि1चव को प्रेषित करेंगे।

'सिफर् वसूली हो रही है'

शिक्षामित्रों से परिषदीय स्कूलों में बने सहायक अध्यापकों के मार्कशीट्स का सत्यापन कराया जा रहा है। वाराणसी परिक्षेत्र से ख्म् डिस्ट्रिक्ट्स इंक्लूडेड हैं। ऐसे हजारों शिक्षामित्रों की मार्कशीट्स व सर्टिफिकेट्स सत्यापन के लिए इन दिनों बोर्ड ऑफिस में आया हुआ है। सत्यापन के बाद ही शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक की सैलरी मिलना है। इसका फायदा उठाते हुए सत्यापन में हीलाहवाली की जा रही है। सत्यापन के नाम पर पंद्रह सौ से दो हजार रुपये की डिमांड्स शिक्षामित्रों से हो रही है।

Posted By: Inextlive