देहरादून।

जल संस्थान की दिक्कत जल्द ही दूर होगी। सीवर चैंबरों की सफाई जल संस्थान के कर्मचारियों के लिए सिर दर्द नहीं रहेगी। इसके लिए विभाग की ओर से सुपर सकर जेटिंग मशीन की डिमांड स्मार्ट सिटी के तहत की गई है। ये मशीन सीवर ही नहीं मिट्टी, रेत और मलबे के साथ ही ईट को भी सक कर लेगी।

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एक करोड़ की है मशीन

स्मार्ट सिटी के तहत ली जाने वाली ये सुपर सकर मशीन नगर निगम के जटायु से कम नहीं है। इसकी कीमत एक करोड़ रुपये है। ये सीवेज तो पूरी तरह से साफ कर लेगी, इसके साथ ही जल संस्थान के लिए सबसे बड़ी दिक्कत बने मिट्टी, पत्थर सहित अन्य तरह के कचरे को भी आसानी से सक कर लेगी। जो कि सीवर चैंबरों को जाम कर देते हैं और इनको साफ करने के लिए आदमी ही उतारने पड़ते थे।

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प्रमुखता से उठाया मुद्दे

सीवर चैंबरों में कर्मचारियों को उतारने का मामला दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से प्रमुखता से उठाया जा चुका है। वहीं जल संस्थान भी इस बाबत अपनी मजबूरी जता चुका है। यही वजह है कि विभाग की ओर से लंबे समय से सुपर सकर मशीन की डिमांड की जा रही थी, लेकिन अब स्मार्ट सिटी के तहत इसको भेज दिया गया है। इसके साथ ही एक सीवर जेटिंग मशीन का भी प्रस्ताव भेजा गया है।

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सुपर सकर मशीन से जल संस्थान की मुश्किल आसान हो सकेगी। सीवर कर्मचारियों की कमी के बावजूद आसानी से काम हो सकेगा।

मनीष सेमवाल, ईई, जल संस्थान

Posted By: Inextlive