- नंगली तीर्थ आश्रम के सेवादारों ने सनसनीखेज वारदात को दिया अंजाम

- पत्नी के साथ दिल्ली के इंजीनियर आजड़ के नंगली तीर्थ आश्रम में आए थे

- आश्रम में पूर्णिमा पर विशेष पूजा में कई राज्यों से बड़ी संख्या में आते हैं श्रद्धालु

दौराला। मेरठ के प्रसिद्ध नंगली तीर्थ के एक आश्रम में दिल्ली की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामना आया है। पुलिस के मुताबिक एक सप्ताह पहले आश्रम के सेवादारों ने महिला के इंजीनियर पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया और 50 हजार की नगदी छीन ली। गुरुवार को इस प्रकरण की शिकायत के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आश्रम मेरठ के दौराला के नंगली आजड़ में स्थित है। पुलिस ने एक को हिरासत में लेकर तीनों आरोपियों को पहचान कर ली है।

दिल्ली से आश्रम आए थे दंपती

दिल्ली स्थित दरियागंज निवासी एक इंजीनियर अपनी पत्नी के साथ 28 से 31 मई के लिए नंगली तीर्थ में प्रवास के लिए आए थे। दंपती हर वर्ष इस आश्रम में पूर्णिमा को होने वाली विशेष पूजा में शामिल होते हैं। पीडि़त महिला ने बताया कि 31 मई को आश्रम में चल रहे भंडारे में शामिल होने के बाद दंपती को तीन सेवादार गांव घुमाने के बहाने ले गए।

सामूहिक दुष्कर्म के बाद लूट

आरोप है कि गांव के बाहर एक खेत में पति को पेड़ से बांधकर तीनों सेवादारों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया और बैग से 50 हजार रुपए की नगदी भी छीन ली। तीनों सेवादारों को गांव निवासी सरदार ने इंजीनियर और उनकी पत्नी के साथ जाते हुए देखा था। वारदात के बाद सहमे दंपती दिल्ली लौट आए। वारदात का आश्रम के लोगों को भी पता तक नहीं चला।

पुलिस ने डाली दबिश

गुरुवार को पीडि़त महिला ने दिल्ली से वापस लौटकर पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने सरदार को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिस पर उसने बताया कि गांव के खेमू, राजू और साधू दंपती को अपने साथ घूमा रहे थे। साधू गांव के ही शिवमंदिर का पुजारी है। पूर्णिमा की पूजा पर साधू, खेमू और राजू आश्रम में सेवादारी करते हैं।

वर्जन

महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों के घरों पर दबिश डाली गई है।

- जनक सिंह पुंडीर, इंस्पेक्टर, दौराला थाना

मुकदमा दर्ज

गुरुवार को महिला अकेली ही थाने पर बैठ गई। तब जाकर दौराला पुलिस ने महिला को मुकदमा दर्ज करने से पहले घटना स्थल दिखाने की बात कही। इंस्पेक्टर जनक सिंह पुंडीर महिला को साथ लेकर पहले नंगला तीर्थ आश्रम पर पहुंचे, जहां पर दंपती रात में रूके थे। उन्होंने महिला से गांव में घूमने वाली गलियों की जानकारी ली। महिला के बताए रास्ते पर ही घटना स्थल पर पहुंचे। इंस्पेक्टर का कहना है कि महिला ने जो घटना स्थल बताया है, वह नंगली आजड़ गांव से दौराला की ओर जाने वाले रास्ते पर आश्रम से डेढ़ किमी की दूरी है। महिला ने खेत के अंदर पहुंचकर टूटे गन्ने दिखाए तो वह सामूहिक दुष्कर्म की गवाही देने के लिए काफी थे। वहीं गन्ने के खेत में पेड़ था, जिससे महिला के पति को बांधा गया था। महिला ने आरोपियों को साथ देखने वाले सरदार से भी पुलिस को मिलवाया है, जिसने आरोपियों के नाम पुलिस को बताए हैं।

करनी पड़ी बड़ी मशक्कत

महिला के इंजीनियर पति ने बताया कि वारदात के बाद में कुछ समझ नहीं पा रहे थे। उसके बाद हिम्मत दिखाते हुए चार बार कंट्रोल रूम को कॉल कर घटना की जानकारी दी, लेकिन शिकायत दर्ज नहीं हुई। बुधवार को एसएसपी डीसी दूबे से मिले। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए एएसपी संकल्प शर्मा को मामले की जांच करने को कहा। एएसपी ने रिपोर्ट दी कि इस विवाद 50 हजार रुपए लेने का है। तब भी मामले की रिपोर्ट नहीं हुई। गुरुवार को महिला बिना पति के महिला थाने में पहुंची और पति ने मजिस्ट्रेट के सामने मामले को रखने की बात कही। तब जाकर पुलिस हरकत में आई।

तीन दिन तक लगातार भंडारे में सेवा दे रहे दंपती से जब उनकी आईडी मांगी गई। तब आईडी नहीं होने पर विवाद हो गया था, जिन युवकों पर महिला आरोप लगा रही है, वही लोग बिना आईडी से आश्रम से लेकर उन्हें बाहर गए थे। उसके बाद दंपती के साथ क्या हुआ उसकी कोई जानकारी नहीं है।

धवन सिंह, प्रधान मुख्य मंदिर

महिला ने जिन तीन लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है, उनका मुख्य मंदिर से कोई लेना देना नहीं है। साधू नाम का व्यक्ति को गांव के शिव मंदिर में रहता है। भंडारे के समय मंदिर में सेवा दे रहे हो, इसकी कोई जानकारी हमें नहीं है।

पिंकी महाराज, इंचार्ज मुख्य मंदिर

Posted By: Inextlive