सरायकाजी में शुरु होगा निगम का 214 एमएलडी एसटीपी

364 करोड़ की लागत से सीवर के पानी से कूड़ा होगा अलग

Meerut। बरसात के दिनों में शहर को जलभराव से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम नालों की सफाई और जल निगम शहर की सीवर लाइन को पूरी तरह साफ करने की कवायद में जुटा है। इस क्रम में जल निगम द्वारा शहर के सबसे बड़ा एसटीपी प्लांट का सरायकाजी में निर्माण किया जा रहा है। इस एसटीपी प्लांट से करीब 60 प्रतिशत शहर की अंडर ग्राउंड सीवर लाइन के पानी को साफ कर काली नदी में बहाया जाएगा। इससे शहर के सीवर कूडे़ के कारण जाम नही होंगे और नालों में भी कचरा नही बहेगा।

364 करोड़ लागत से बनेगा

जल निगम की योजना है कि नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा योजना के तहत सीवर लाइनों में बहने वाले पानी को नालों के पानी तरह ट्रीटमेंट प्लांट से साफ कर कचरा अलग किया जाएगा। इसके लिए जल निगम ने 364 करोड़ के 214 एमएलडी का प्रोजेक्ट तैयार किया है। सराय काजी में काली नदी के किनारे बनाने वाले इस प्लांट में विदेशी तकनीक से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। जिसमें 200 एमएलडी शहर के सीवर लाइन का पानी और 14 एमएलडी करीब औद्योगिक एरिया के पानी को साफ किया जाएगा। प्लांट में पानी साफ होने के बाद यह पानी काली नदी में पहुंचेगा, जिसका उपयोग खेतों की सिंचाई में किया जा सकेगा।

पुराने के साथ जुड़ेगा

इस प्लांट को सरायकाजी में काली नदी किनारे बने 72 एमएलडी क्षमता के एसटीपी के बराबर में ही लगाया जाएगा। इस प्लांट के लिए फिलहाल विभाग द्वारा साउल टेस्टिंग की जा रही है। जल निगम ने अभी प्लांट को लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। प्लांट बनाने वाली कंपनी ही संचालन करेगी।

आधे शहर का पानी होगा साफ

इस सीवर प्लांट से शहर के एक बडे़ इलाके की सीवर लाइन का पानी साफ हो सकेगा। इसमें साकेत, मोहनपुरी, शास्त्रीनगर, जागृति विहार, मेडिकल, फूलबाग, कमिश्नरी एरिया, मंगलपांडेय नगर, सूरजकुंड, सुभाषनगर आदि इलाकों का पानी साफ होगा।

इस प्लांट के लिए काम शुरु हो चुका है। शहर के नालों समेत सीवर के पानी को प्लांट से साफ किया जा सकेगा।

रमेश चंद्र, परियोजना प्रबंधक जल निगम

Posted By: Inextlive