-आगरा की युवती की तहरीर पर एएचटीयू ने छापेमारी

- सूचना लीक होने के चलते फरार हो गए अन्य युवक-युवतियां

Meerut: मेरठ में कबाड़ी बाजार के बाद एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट धंधा और फलफूल रहा है। ये धंधा शहर के रिहायशी इलाकों में किराए के कमरों में चलाया जा रहा है। शनिवार को भी नौचंदी थाना क्षेत्र के प्रीत विहार से एएचटीयू टीम ने छापा मारकर दो सेक्स रैकेट संचालिकाओं को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी शहर की कई पॉश कालोनियों में इस तरह के रैकेट पकड़े जा चुके हैं।

शिकायत पर छापेमारी

एंटी हयूमन टै्रफिकिंग यूनिट के अनुसार आगरा की रहने वाली एक युवती ने शनिवार को तहरीर दी थी कि संबंधित स्थान पर सेक्स रैकेट चलता है। उसका आरोप है कि रैकेट चलाने वाली संचालिकाएं उस पर भी धंधे में आने का दबाव बना रही है। युवती की शिकायत पर एएचटीयू प्रभारी रश्मि चौधरी ने टीम के साथ प्रीत बिहार में छापा मारा। जिसमें मौके से दो सेक्स रैकेट संचालिकाओं को गिरफ्तार किया गया।

वर्जन

दो संचालिकाओं को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सोमवार में दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया जाएगा।

-रश्मि चौधरी, एचटीयू प्रभारी

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पुलिस की ढिलाई

हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का धंधा पुलिस की ढिलाई के चलते पनप रहा है। पिछले दिनों शहर की पॉश कालोनी शास्त्री नगर में रिया मर्डर कांड भी इसी धंधे के चलते हुआ था। उसके बाद जब पुलिस घटना की तह तक गई तो कलई खुलती गई। रिया के खाते खंगाले गए तो प्रतिदिन 15 से 20 हजार का ट्रांजेक्शन होता था। दरअसल ये घटनाएं तो बानगी भर हैं,

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नहीं हो रहा सत्यापन

पूर्व एसएसपी दिनेश चंद्र दूबे ने किराएदारों के सत्यापन कराने के लिए शहरवासियों से अपील की थी। उस वक्त 5 फीसदी लोगों ने सत्यापन कराया था। लेकिन उसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। एक सर्वे के अनुसार शहर के 81 फीसदी मकानों में किराएदार रहते हैं। लेकिन सत्यापन 10 फीसदी का भी नहीं है।

किराएदार का सत्यापन जरूरी ।

-संबंधित किराएदार का आईडी प्रूफ लेकर मकान मालिक को क्षेत्रीय थाने देना होता है।

-पुलिस व्यक्ति के आईडी प्रुफ के हिसाब से जानकारी करती है कि व्यक्ति सही अथवा गलत।

-पुलिस से प्रमाणपत्र मिलने के बाद ही किराएदार को मकान में रखने का प्रावधान है।

शहर में रहने वाले किराएदारों के सत्यापन बेहद जरूरी है। संबंधित थानों को इसके लिए कहा जाएगा कि जिन किराएदारों का सत्यापन नहीं है, उनका सत्यापन कराएं।

-ओपी सिंह, एसपी सिटी

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लीक हो गई छापेमारी की सूचना

देह व्यापार में लिप्त महिलाओं को पुलिस कार्रवाई से पहले सूचना किसने दी? जाहिर है कि पुलिस महकमे में उनके हिमायती भी कम नहीं है। कुछ दिन पहले जब कबाड़ी बाजार में छापेमारी की गई थी तो अधिकारियों ने काफी सतर्कता बरती थी, जिस कारण सूचना लीक होने से बच गई थी। इस बार उस तरह की सतर्कता नहीं बरती गई। बता दें कि देह व्यापार के संबंध में पुलिस कभी छापेमारी की पहल नहीं करती। अधिकतर दिल्ली के एनजीओ की शिकायत पर कार्रवाई होती है। इस बार भी एक युवती की शिकायत पर कार्रवाई की गई।

Posted By: Inextlive