- एनजीओ की महिला और रामलाल वृद्ध आश्रम के अधिकारियों पर मुकदमा

- अलीगढ़ की युवती को वजीरपुरा का युवक शादी का झांसा देकर साथ लाया

आगरा। थाना हरीपर्वत के वजीरपुरा में युवती को बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया। युवती अलीगढ़ की रहने वाली है। युवक के चंगुल से किसी तरह जान बचाकर भागी युवती को एक एनजीओ की महिला पदाधिकारी ने आश्रय गृह भेज दिया। आरोप है कि यहां उससे मारपीट की गई। मामले में आरोपी युवक के खिलाफ थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया गया। साथ ही मुकदमे में एनजीओ की महिला पदाधिकारी और रामलाल वृद्ध आश्रम के पदाधिकारियों को भी नामजद किया है।

बहन के साथ रहती थी

अलीगढ़ निवासी युवती अपनी बड़ी बहन के साथ रहती थी। मां की बचपन में मौत हो चुकी है। पिता को शराब की लत थी। बहन-बहनोई किराए के मकान में रहते थे। उसके बड़े होने पर बहन-बहनोई उसे परेशान करने लगे। घर का काम कराने लगे। उसे खाना भी ठीक से नहीं देते थे। एक साल पहले वहां पर एक युवक पहुंचा। युवक मकान मालिक को अपना मामा बताता था। युवक ने अपना नाम गोल्डी निवासी वजीरपुरा बताया। युवती से नजदीकियां बढ़ा ली। वह उसे आगरा ले आया।

दोस्तों से संबंध बनाने का दबाव

युवती के साथ दुष्कर्म किया। वह गर्भवती हुई तो गर्भपात करा दिया। उसे कमरे में बंदकर प्रताडि़त करने लगा। उसे दोस्तों के साथ मूवी दिखाने ले जाता था। उनसे शारीरिक संबंध बनाने दबाव बनाता था। युवती इसके लिए मना करती थी। वह युवती को पैसा कमाने की मशीन बनाते हुए दोस्तों से संबंध बनाने की बात बोलता था।

घर से भाग निकली युवती

उत्पीड़न से परेशान होकर वह घर से भाग निकली। वह रास्ता नहीं जानती थी भटक कर दिल्ली गेट पहुंच गई। यहां पर उसे एक युवक मिला। जिसे उसने अपनी कहानी बताई। युवक ने एक एनजीओ की महिला पदाधिकारी को बुलाया। वह उसे राम लाल वृद्ध आश्रम में छोड़ गई। कुछ दिनों बाद एनजीओ महिला पदाधिकारी फिर से आई उनके साथ गोल्डी भी था। युवती से गोल्डी के साथ जाने को बोला गया, लेकिन वह उसके साथ जाना नहीं चाहती थी। न जाने पर उस पर दबाव डाला गया।

'मैं तुझे मार डालूंगी'

इस पर युवती ने आत्महत्या की धमकी दे डाली। आरोप है कि महिला पदाधिकारी ने उससे कहा कि 'तू तो मरेगी नहीं, मैं तुझे मार डालूंगी' इसके बाद उससे मारपीट की। आश्रम के उपाध्यक्ष ने बाल कल्याण समिति को एक पत्र दिया, जिसमें युवती का विवरण था। बाल कल्याण समिति ने उसका मेडिकल करा कर पंचशील आश्रय गृह भेज दिया। मेडिकल में उसकी उम्र 18 वर्ष पता लगी। मामला एक साल पुराना था, तब वह नाबालिग थी। इसके चलते बाल कल्याण समिति ने थाना हरीपर्वत को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश जारी किए। लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई। अब क्यूआईसीएसी की विनीका करौली ने मामले में मुकदमा दर्ज कराया है।

Posted By: Inextlive