- एसडी कॉलेज में हादसे का कारण बन सकती है बिजली लाइन

- तीन बार पत्र लिखने पर भी नहीं चेत रहा बिजली विभाग

- कई बार बिजली के तार टूटने से स्कूल में हो चुके हैं हादसे

Meerut: बिजली विभाग के कारण अब पांच हजार बच्चों पर खतरा मंडरा रहा है। मामला सदर स्थित एसडी इंटर कॉलेज का है। स्कूल परिसर में जर्जर बिजली के तारों से स्टूडेंट्स काफी भयभीत रहते हैं। आए दिन चिंगारी निकलने के कारण आशंका बनी रहती है।

लटक रहे जर्जर तार

दरअसल, सदर स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज में पिछले के सालों से बिजली की मेन लाइन के तार जर्जर पड़े हैं। इन तारों के नीचे स्कूल के पांच हजार छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। जर्जर पड़ चुके इन तारों के कारण हर समय बड़े हादसे की आशंका बनी रहती है। यहां तक कि बच्चों की शिकायत पर अभिभावकों ने भी भविष्य के खतरे को भांपते हुए स्कूल प्रबंधन से मिलकर इसकी कई बार शिकायत की है।

कई बार टूट चुके तार

बिजली विभाग की इस लापरवाही का यह आलम तो तब है, जब स्कूल में तार टूटने से कई बार बड़ा हादसा होते-होते बचा। स्कूल प्रबंधन की मानें तो करंट की चपेट में आकर यहां कई जानवर अपनी जान गंवा चुके, लेकिन समस्या का निस्तारण तो दूर बिजली विभाग के किसी अधिकारी ने मौके पर पहुंचने तक की जहमत नहीं उठाई।

प्रार्थना पत्रों पर कार्रवाई नहीं

बिजली के तारों से होने वाली दुर्घटनाओं से सचेत स्कूल प्रशासन ने बिजली विभाग को समय-समय पर तीन प्रार्थना पत्र भेजकर मामले में कार्रवाई की मांग भी की। लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। विभाग की लापरवाही के कारण पिछले तीन सालों से स्कूल खतरे के मुंह में फंसा हुआ है।

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कौन होगा जिम्मेदार?

स्कूल प्रबंधन के पत्राचार, छात्रों के जीवन पर मंडरा रहे खतरे और बिजली विभाग की लापरवाही के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि भविष्य में बिजली के तार टूटने से कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। यहां सवाल पांच हजार छात्रों के जीवन का है। यदि समय रहते एहतियात नहीं बरती गई तो मेरठ में विक्टोरिया पार्क कांड जैस धमाका फिर से दिखाई पड़ेगा।

बिजली विभाग को तीन बार पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की गई है, लेकिन अभी तक कोई सुनावई नहीं हुई है। यदि स्कूल में कोई दुर्घटना होती है उसका जिम्मेदार बिजली विभाग होगा।

-डॉ। डीबी बंसल, प्रधानाचार्य एसडी इंटर कॉलेज

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स्कूल परिसर में जर्जर तारों की कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो गंभीर मामला है। इसकी जांच कराकर तत्काल कार्रवाई कराई जाएगी।

-पीके निगम, एसई अर्बन

Posted By: Inextlive