कोतवाली थानाक्षेत्र के शाहपीर गेट का हादसा, बच्चे और मकान मालिक का भाई घायल

एंबुलेंस-फायर ब्रिगेड लेकर पहुंचे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी

करीब 1 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे में दबे लोगों को निकाला गया

Meerut। कोतवाली थाना क्षेत्र के शाहपीर गेट इलाके में गुरुवार दोपहर एक जर्जर मकान जमींदोज हो गया। मकान के मलबे में दबकर मकान मालिक की मौत हो गई। जबकि दो बच्चों व मकान मालिक के भाई को रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सकुशल निकाल लिया गया। घटना करीब दोपहर करीब सवा 12 बजे की है। सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस समेत मौके पर पहुंच गए। करीब 1 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया।

मलबे में दबा परिवार

थाना कोतवाली क्षेत्र स्थित शाहपीर गेट निवासी चांद का मकान बेहद जर्जर अवस्था में था। मकान की पहली मंजिल पर चांद का बड़ा बेटा इंतेखाब (40) परिवार समेत रहता था। गुरुवार दोपहर को इंतेखाब सोफे पर बैठा था। उसके दो बच्चे मारिया (6) और आहिल (4) आंगन में खेल रहे थे। छोटा भाई राजा (37) छत पर था। करीब सवा 12 मकान भरभराकर गिर पड़ा और चारों लोग मलबे में दब गए। आसपास धूल का बड़ा गुबार उठने पर लोगों ने उस ओर दौड़ लगा दी। हादसे का पता चलते ही स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य आरंभ कर दिया।

राहत कार्य में जुटी पुलिस

सूचना पर एडीएम सिटी मुकेश चंद, एसपी सिटी श्रीप्रकाश द्विवेदी मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग व जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम बुला ली। मकान तक पहुंचने का रास्ता संकरा होने के चलते नगर निगम की जेसीबी घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी। सीओ कोतवाली दिनेश चंद शुक्ल के निर्देशन में पुलिस ने राहत कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों के साथ मिलकर करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से चारों लोगों को निकाल लिया गया। इंतेखाब की हालत गंभीर थी, जिसे तुरंत मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि दोनों बच्चे और भाई को सामान्य चोटें आई थीं।

पड़ोसी में बन रहा है मकान

कॉलोनी वालो ने बताया कि इंतेखाब के मकान के बगल में एक पुराना मकान था। जिसे मकान मालिक ने तुड़वा दिया था। इससे इंतेखाब के मकान की सपोर्ट हट गई और वह धराशायी हो गया। हालांकि पड़ोसी ने काफी दिन पहले अपना मकान तुड़वाया था। गौरतलब है कि शाहपीर गेट समेत शहर के पुराने हिस्सों में सैंकड़ों गिरासू मकान हैं।

पुराने मकान के मलबे में मालिक समेत 4 लोग दब गए थे। सभी को मलबे से निकाल लिया गया। मालिक की मौत हो गई जबकि बच्चों समेत अन्य सुरक्षित हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर जर्जर भवन चिह्नित कर उन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

दिनेश चंद्र शुक्ल, सीओ, कोतवाली

जो मकान धराशायी हुआ है, वह काफी जर्जर स्थिति में था। मौका मुआयना कर प्रशासन हादसे की रिपोर्ट तैयार कर रहा है। नगर निगम को पुराने इलाकों में खड़े जर्जर मकानों को चिह्नित करने के लिए कहा गया है।

मुकेश चंद्र, एडीएम सिटी, मेरठ

Posted By: Inextlive