दस सालों से सर्किट हाउस में रखी चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा का अनावरण

सीएम के बटन दबाते ही हटा पर्दा, सर्किट हाऊस में स्थापित हुई है मूर्ति

ALLAHABAD: करीब दस साल तक कबाड़ की तरह पड़ी रही आजादी आंदोलन के नायक चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा को शनिवार को एक स्थान मिल गया। धूल खा रही पैकिंग से आजाद होकर प्रतिमा सर्किट हाउस में स्थापित हो गई। इसका इनॉगरेशन शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाऊस में किया। करीब एक घंटे देरी से शाम पांच बजे के बाद सर्किट हाउस पहुंचे योगी ने बटन दबाकर मूर्ति का अनावरण किया।

चेहरा दिखाने की मची होड़

बता दें कि यह शहीद की वही मूर्ति है जो नगर निगम के कबाड़ खाने में 12 वर्षो से पड़ी थी। इसे दोबारा स्थापित करने की मांग पार्षद किरन जायसवाल लगातार कर रही थीं। उन्होंने इसके लिए काफी लिखा-पढ़ी भी की। शनिवार को योगी के पहुंचने से पहले ही भाजपा के सांसद, विधायक, कार्यकर्ता और आला अफसर पहुंच चुके थे। सीएम ने 05:30 बजे शहीद की मूर्ति पर से बटन दबाकर पर्दा हटाया। उन्होंने सर्किट हाऊस में मात्र 15 मिनट ही कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद वह संगम के लिए निकल गए। मीडिया से भी उन्होंने कोई बात नहीं की।

यहां पैदल हो गये माननीय

सीएम से मिलने के लिए पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की से अफरा-तफरी की स्थिति रही। पत्रकार दीर्घा में सिक्योरिटी की कोई खास व्यवस्था नहीं थी इससे पत्रकारों में नाराजगी रही। प्रशासनिक और खुफिया तंत्र सीएम की सिक्योरिटी को लेकर सख्त दिखा। यह बात केवल इससे समझी जा सकती है कि एक भी मंत्री, सांसद और विधायक की कार सर्किट हाऊस के अंदर इंट्री नहीं कर सकी। सभी कि गाडि़यां बाहर सड़क पर ही पार्क हुई और माननियों को अन्दर तक पैदल ही चलकर जाना पड़ा। सर्किट हाऊस पहुंचने वालों में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त, सांसद हरबंश सिंह, विधायक रीता बहुगुणा जोशी, विधायक हर्ष वर्धन बाजपेई आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive