ALLAHABAD: शंभूनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी में चल रहे तीन दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव यूरेका -2017 के दूसरे दिन कवियों की रचनाओं से महफिल में हंसी ठहाकों की गूंज सुनाई दी। मुख्य अतिथि मेजर जनरल एसके सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। प्रख्यात हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा ने ढोल, गंवार, शूद्र, पशु और नारी के जरिए उपस्थित दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर दिया। नामचीन शायर अंजुमन रहबर ने 'बस्ती के सारे लोग ही आतिश परस्त थे, घर जल रहा था जब की समुंदर करीब था' समां बांधा। डॉ। अनिल चौबे, डॉ। सुनील जोगी व शैलेन्द्र मधुर ने भी रचनाओं की प्रस्तुति की। इस दौरान जलियावाला बाग कांड के शहीदों को याद किया गया और सेना के शहीद जवानों की विधवाओं को सम्मानित करते हुए 5100 रुपए नकद, इंडक्शन चूल्हा व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। संस्था के सचिव डॉ। केके तिवारी ने मुख्य अतिथि व कवियों का स्वागत किया। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आरके सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में प्रो। नमीर अल हसन, प्रो। आशुतोष श्रीवास्तव, प्रो। डीपी अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive