- श्री शनि परिवार सेवा समिति की ओर से धूमधाम से मनायी गई जयंती

- वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ शनि देव का भव्य पूजन

ALLAHABAD: नगर के प्राचीन शनि पीठ सिद्धपीठ श्री शनि धाम अतरसुइया में रविवार को शनि जयंती धूमधाम से मनायी गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों ने पीठ के द्वार पर 8 दीप जलाकर शनि दीपावली मनायी। इसके पहले सुबह छह बजे मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही भक्तों की भीड़ शनि देव के दर्शन करने को उमड़ पड़ी। सुबह नौ बजे पं। पवन शास्त्री, पं। चेतन शास्त्री, पीठाधीश्वर पराग जी महाराज व अन्य ब्रह्मणों के आचार्यत्व में धर्मेन्द्र कुशवाहा, प्रमोद सिंह, शिवम सेठ आदि की यजमानी में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शनि देव के मूल प्रतिमा व अवतरित शनि शिला का पंचामृत स्नान व तेल अभिषेक हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शनि भक्त मंदिर में मौजूद रहे।

श्री शनिशांति हुतात्मक महायज्ञ में डाली आहूतियां

शनि जयंती के अवसर पर मंदिर में श्री शनिशांति हुतात्मक महायज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें भक्तों ने शनि गायत्री मंत्र के बीच अपने सिर से उतार कर आहूतियां तीन रंग, सत, रज व तम से बनी हुई यज्ञशाला में समर्पित की। यज्ञ सामाग्रियां शनिदेव पर आधारित बनवाई गई थी। इसमें हवन सामग्री के अतिरिक्त काले उरद, काला तिल, लौह चूर्ण, शमी के टुकड़े नील गिरी का तेल, फिरोजा चूर्ण आदि का मिश्रण था। रात्रि साढ़े नौ बजे अनेक ज्योति की महा आरती करके लोगों ने शनि देव का आर्शिवाद प्राप्त किया। सूर्यास्त के बाद शनि भक्तों ने शनि देव को प्रसन्न करने के लिए अपने-अपने घरों व दुकानों के बाहर 8 की संख्या में दीप जलाकर शनि दीपावली मनायी। इस अवसर पर मंदिर की आंतरिक सज्जा क्रेप पेपर, कृत्रिम व प्राकृतिक फूलों व बादलों से की गई। बाहरी सज्जा रंग बिरंगे झालरों व गुब्बारों से की गई थी।

Posted By: Inextlive