- प्राचीन बड़ा मंदिर के त्रिमूíत जिनालय में आरंभ हुआ चालीस दिवसीय आयोजन

हस्तिनापुर : जैन तीर्थ श्री दिगंबर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर के त्रिमूíत जिनालय में चालीस दिवसीय श्री शांतिनाथ महामंडल विधान सोमवार को आरंभ हुआ। इंद्र-इंद्राणी व श्रद्धालुओं ने भक्ति नृत्य कर धर्मलाभ अíजत किया।

मंडप की प्रतिष्ठा

आचार्य श्री भारत भूषण जी महाराज व भाव भूषण जी महाराज के सानिध्य में चालीस दिवसीय श्री शांतिनाथ विधान विश्व शांति महानुष्ठान की शुरुआत हुई। यूसी जैन व नीता जैन हरिद्वार ने ध्वजारोहण किया। मंगल कलश की स्थापना अजित प्रसाद, सुशीला जैन व शांतिधारा का सौभाग्य सुबोध कुमार सरोज जैन, महेंद्र जैन व संदीप जैन को प्राप्त हुआ। मंगल आरती का दीप जेसी जैन व सुनीता जैन ने प्रज्जवलित किया। तत्पश्चात मंडप प्रतिष्ठा की गई।

कर्म से महान

आचार्य श्री भारत भूषण जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि व्यक्ति जन्म से नहीं कर्म से महान बनता है। कोई भी व्यक्ति अपने अंदर विद्यमान प्रतिभा से पूरे विश्व में पहचान बना सकता है। मुनि उत्तम सागर महाराज ने कहा कि इस विधान को करने से हमारे जीवन में आने वाली समस्त बाधाएं दूर होती हैं और कोई भी कार्य सरलता पूर्वक संपन्न हो जाता है। मुनि श्री भावभूषण जी महाराज व मुनि श्री विश्वतीर्थ जी महाराज ने श्रद्धालुओं को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।

अर्जित किया पुण्य

महामंत्री मुकेश जैन सर्राफ ने सभी पात्रों का मंगल तिलक कर माल्यार्पण किया। सोमवार को 136 परिवारों ने विधान में पुण्य अर्जित किया। शाम के समय भगवान की मंगल आरती व रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजन में प्रबंधक मुकेश कुमार जैन, अशोक जैन, भारत जैन, उमेश जैन, कमल जैन व अतुल जैन आदि का सहयोग रहा।

Posted By: Inextlive