शताब्दीनगर के किसानों से बैठक के बाद डीएम ने सुनाया फरमान

किसानों को पहले ही तीन बार मिल चुका बढ़ा हुआ मुआवजा

Meerut। शताब्दीनगर के किसानों को अतिरिक्त मुआवजा नहीं मिलेगा। डीएम अनिल ढींगरा ने शनिवार को किसानों के साथ बैठक कर दो टूक फरमान सुनाते हुए कहा कि 'पहले भी आपको 3 बार मुआवजा मिल चुका है। अब मुआवजे की मांग न करें, बल्कि विकास में सहयोग करें.' डीएम के रुख से किसानों में असंतोष है। रविवार (आज) किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में आगामी रणनीति तय की जाएगी वहीं शताब्दीनगर में किसान नेता का अनशन जारी रहा।

डीएम के साथ हुई बैठक

गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद डीएम अनिल ढींगरा के निर्देशन में शनिवार को मेरठ विकास प्राधिकरण ने शताब्दीनगर आवासीय योजना सेक्टर 6 और सेक्टर 4 में अवैध कब्जा जमाए किसानों को खदेड़ने के लिए अभियान चलाया। इस कार्रवाई के दौरान किसान और एमडीए की टीम आमने-सामने आ गई। महिलाओं समेत किसानों ने एमडीए टीम को घेर लिया, बमुश्किल अधिकारियों और कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई तो वहीं जेसीबी पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। किसानों ने जेसीबी को तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए किसानों के साथ बैठक की। भाकियू नेता राकेश टिकैत की मौजूदगी में तय हुआ कि शनिवार को डीएम के सामने इस प्रकरण का पटाक्षेप होगा। जिसके चलते शनिवार को डीएम समेत प्रशासनिक और एमडीए के अधिकारियों ने शताब्दीनगर के किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की थी।

शताब्दी नगर के किसानों द्वारा बढ़े प्रतिकर की मांग गैरबाजिव है। किसानों को विकास कायरें में अपना सहयोग देना चाहिए और जनहित के कायरें का विरोध नहीं करना चाहिए। किसानों को तीन बार बढ़ा हुआ प्रतिकर दिया जा चुका है। अब पुन: बढ़े हुए मुआवजे की मांग करना सही नहीं है।

अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ

Posted By: Inextlive