युगांडा की रहने वाली 22 साल की प्रिस्का लैनयोरो महज 12 साल की थीं जब उनकी शादी 10 साल की उम्र में अपहरण करने वाले डोमिनिक ऑन्गवेन से हो गयी जो उन्‍हें घर से घसीट कर ले गया था। अब वो उसके दो बचचों की मां हैं और उससे प्‍यार करने लगी हैं।

युगांडन विद्रोही है डोमिनिक
डोमिनिक ऑन्गवेन ने प्रिस्का लैनयोरो का कई बार रेप किया। मगर, अब 22 साल की हो चुकी और उसके दो बच्चों की मां प्रिस्का डोमिनिक से प्यार करने लगी हैं। युगांडन विद्रोही डोमिनिक पर युगांडा में किए गए युद्ध अपराधों के लिए जिसमें हत्या, अपहरण, प्रताणना और रेप के मामले शामिल है हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलाया जा रहा है। युगांडन विद्रहियों के द्वारा छेड़े गए युद्ध में एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ।मुकदमों का सामना कर रहे डोमिनिक को यदि इन मामों में दोषी पाया जाता है, तो उसे लंबे समय तक जेल की सजा भुगतनी पड़ सकती है।
प्रिस्का की कहानी
अपनी कहानी सुनाते हुए प्रिस्का बताती हैं कि उनके पिता युगांडा सेना में सैनिक थे। वह देश के उत्तर में 1986 से आतंक फैला रहे विद्रोहियों से युद्ध लड़ रहे थे। जब उनका अपहरण किया गया था। उस समय वो महज 10 वर्ष की थीं। साल 2002 तक विद्रोहियों ने हजारों बच्चों, युवाओं का अपहरण किया। बच्चों को चाइल्ड सोल्जर बनाने के लिए ट्रेनिंग दी गई। वहीं, लड़कियों और महिलाओं को जबरन कमांडर्स की पत्नी बनने पर मजबूर किया गया। पकड़े गए लोगों में जो कमांडर्स से जबान लड़ाते थे उनके होंठ और कान काट दिए जाते थे और भागने की कोशिश करने वालों की हत्या कर दी जाती थी। ऐसी जगह पर डोमिनिक की नजर उन पर पड़ी और वह उसे अपने साथ ले गया।

जबरन बने रिश्ते में पनपा प्यार
प्रिस्का कहना है कि बेशक उनके और डोमनिक के रिश्ते की शुरूआत बलात्कार और उनकी इच्छा के खिलाफ बने थे। लेकिन वो ये भी कहती हैं कि वो उसे प्यार करती हैं क्योंकि उन्हें गोली लगी थी और वो मरने वाली थीं जब डोमेनिक ने उनकी देखभाल की और उनकी जान बचायी। वो ये बात नहीं भूल सकती इसलिए उसे नहीं भूल सकतीं।  बाद में प्रिस्का को डोमिनिक से प्यार हो गया।
दया का पात्र है डोमेनिक
अब 22 वर्ष की हो चुकी प्रिस्का, डोमिनिक के दो बच्चों के साथ मिट्टी की बनी झोपड़ी में युगांडा के गुलू जिले में रहती हैं। उनका मानना है कि डोमिनिक भी उनकी तरह के एक पीड़ित हैं और दया का पात्र है। डोमनिक का भी स्कूल से अपहरण किया गया था और बाद में विद्रोहियों के साथ रहते हुए वह भी विद्रोही बनकर खूंखार वारदातों को अंजाम देने लगा। वह कहती हैं कि डोमिनिक ने जो भी अत्याचार किए, वे सब उनकी मर्जी से नहीं हुए थे। कमांडर्स उन्हें यह करने के आदेश देते थे। अगर उनकी बात नहीं मानो, तो वे सजा देते थे और हत्या भी कर देते थे।

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Posted By: Molly Seth