बीजेपी के सत्ता में आने के बाद ही राज्यपालों के धड़ाधड़ तबादले होने लगे. कई गवनर्स ने तो खुद ही रिजाइन कर दिया. खुद इस्तीफा देने वाले राज्यपालों में एक और नाम केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित का भी जुड़ गया है. दरअसल उनके तबादले की अटकलें लगाई जा रही थीं. लेकन तबादला हो इससे पहले ही शीला ने मंगलवार को अपने पद इस्तीफा दे दिया.

ट्रांसफर रोकने के लिए की थी अपील
इससे पहले सोमवार को शीला ने होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. इसके बाद जब वह प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी से मिलीं तो उनके इस्तीफे की अटकलें तेज हो गईं थी. हालांकि बाद में उन्होंने यह जरूर कहा था कि अभी वे ऐसा नहीं करने वाली हैं लेकिन सोर्सेज ने रेजिग्नेशन की बात लगभग तय कर दी थी. होम मिनिस्ट्री के सोर्सेज के मुताबिक, उन्होंने राजनाथ सिंह से मुलाकात कर अपने लंबे पोलिटिकल एक्सपीरिएंसेज का हवाला दिया और केरल से तबादला नहीं करने की अपील की थी. इसके बाद वे प्रणब मुखर्जी से भी मिलने गई थीं.
मिजोरम को शीला की 'नो'
शीला दीक्षित के रिक्वेस्ट के बावजूद होम मिनिस्ट्री के सीनियर ऑफिसर्स उन्हें मिजोरम भेजे जाने की संभावना से इंकार नहीं कर रहे थे। शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकर नारायणन का मिजोरम ट्रांसफर कर दिया गया था लेकिन वहां जाने के बजाय उन्होंने अपनी पोस्ट से रिजाइन दे दिया। मिजोरम में गवर्नर की पोस्ट अब भी खाली है. इसके पहले गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल का मिजोरम तबादला किया गया था लेकिन बाद में उन्हें पद से हटा दिया गया था. माना जा रहा है कि शीला दीक्षित भी मिजोरम नहीं जाना चाहती हैं.

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Posted By: Shweta Mishra