कोरोना वायरस संकट के बीच मुहर्रम का त्योहार मनाए जाने को लेकर राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। वहीं इस दाैरान ऑल इंडिया शिया पर्सनल बोर्ड ने इस साल मुहर्रम कैसे मनाएं एडवाइजरी दी है। इसमें ऑनलाइन या टीवी चैनलों के माध्यम से मुहर्रम अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए कहा गया है। यहां पढ़ें एडवाइजरी...


लखनऊ (आईएएनएस)। मुहर्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। मुहर्रम इस वर्ष 20 अगस्त को शुरू और 18 सितंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में कोरोना संकट के बीच ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएसपीएलबी) ने मुहर्रम को लेेकर एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के सभी मानदंडों का पालन करने, मास्क पहनने और जहां भी संभव हो, ऑनलाइन या टीवी चैनलों के माध्यम से मुहर्रम अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए कहा गया है। मुहर्रम इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के पहले महीने का नाम है। मुहर्रम के महीने में शिया मुस्लिम पैगंबर मोहम्मद के पोते और उनके साथी हजरत इमाम हुसैन की याद में दस दिनों के लिए शोक मनाते हैं। पहले और बाद में कालीन और फर्श कवर को सैनिटाइज करना चाहिए
बोर्ड अध्यक्ष मौलाना सैयद सईम मेहदी और महासचिव मौलाना यसोबा अब्बास द्वारा जारी 14-सूत्रीय सलाह में कहा गया है कि सभी मस्जिदों और इमामबाड़ों को हर मजलिस (धर्मोपदेश सत्र) से पहले और बाद में कालीन और फर्श कवर के साथ जगह को सैनिटाइज करना चाहिए। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सलाह दी गई है कि वे घर पर रहें और ऑनलाइन और अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करें।


प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन किया जाना चाहिएइसके साथ ही कहा गरीबों में वितरित किए गए पानी और भोजन को 'तबर्रुक' के रूप में पैक किया जाना चाहिए और सील किया जाना चाहिए। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।कई शिया और सुन्नी मौलवियों ने भी जिला अधिकारियों से मुलाकात की और उनके साथ दिशानिर्देशों पर चर्चा की।

Posted By: Shweta Mishra