महाराष्‍ट्र में विधानसभा चुनावों के बाद से बीजेपी और शिवसेना के रिश्‍तों में आई दरार के अब भरने के संकेत मिल रहे हैं. शिवसेना और आरएसएस प्रमुखों के बीच फोनवार्ता होने के बाद इस बात के चांसेज बढ़ गए हैं.


बीजेपी से हो सकती है दोस्तीपिछले काफी दिनों से शिवसेना और बीजेपी के बीच चल रही तनातनी के बाद अब दोनों पार्टियों के बीच फिर से दोस्ती होने के संकेत मिल रहे हैं. सूत्रों के अनुसार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और आरएसएस प्रमुख के बीच फोनवार्ता हो चुकी है. इसके बाद सीनियर शिवसेना लीडर मनोहर जोशी ने कहा, ‘हिन्दुत्व के सिद्धांतों पर शिवसेना के भाजपा के साथ आने की मजबूत उम्मीद है. लेकिन हम यह नहीं जानते कि ऐसा कब होगा. (शिवसेना प्रमुख) उद्धव जी अंतिम फैसला करेंगे. ‘कुछ चीजों में समय लगता है.’ इसके साथ ही जोशी जी बाला साहब ठाकरे को याद करते हुए कहा,‘मैं काफी भाग्यशाली था कि मैं बाला साहब के जीवन में उनकी छाया बना, उनके जैसा महान व्यक्ति दोबारा पैदा नहीं होगा, यह दुर्भाग्यपूर्ण कि पूर्व सरकार दिवंगत शिवसेना प्रमुख के लिए स्मारक बनवाने में विफल रही’
लेकिन बीजेपी को कुछ नही पता


शिवसेना नेता के इस बयान पर महाराष्ट्र बीजेपी ने इस बारे में कुछ भी खबर होने से इंकार किया है. बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने कहा कि उन्हें इस बात कोई जानकारी नही है. तावड़े ने कहा ‘मैं उद्धव ठाकरे को आरएसएस प्रमुख के फोन करने की बात सुनकर हैरान हूं. मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, जहां तक शिवसेना का संबंध है, हमने हमेशा महसूस किया कि शिवसेना को राज्य सरकार में हमारे साथ होना चाहिए था.  मैं नहीं जानता कि उन्होंने विधानसभा में नेता विपक्ष क्यों नियुक्त कर दिया.’

Hindi News from India News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra