- उत्तराखंड महोत्सव में लोक गायक हीरा सिंह राणा ने अपने गीतों से बिखेरे रंग

LUCKNOW: उत्तराखंड महोत्सव में गुरुवार को सुरमयी संस्कृति की संतरंगी बयार बही। एक ओर लोक गीत और नृत्य के माध्यम से पहाड़ों का दर्द और प्रेम कथा को प्रस्तुत किया गया तो दूसरी ओर उत्तराखंड की संस्कृति को बड़ी खूबसूरती से दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा महोत्सव में विभिन्न प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसमें मिसेज और मिस उत्तराखंड को भी चुना गया।

लोक गीत से बयां किया पहाड़ का दर्द

उत्तराखंड महोत्सव में लोक गायक हीरा सिंह राणा ने त्यौर पहाड़ म्यौर पहाड़, रौय दुखों कौ ड्यौड़ पहाड़ गीत गाकर उत्तराखंड की ज्वलंत समस्याओं और पहाड़ के दर्द को बयां किया। इसके अलावा उन्होंने कई लोक गीत गाए और श्रोताओं ने उन्हें जमकर सराहा भी। इससे पहले महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री डॉ। शिव प्रसाद यादव ने किया। इस मौके पर सैनिक कल्याण निगम के प्रबंध निदेशक कर्नल एसके तिवारी ने द्वीप प्रज्ज्वलित किया। मेले में विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया, जिसमें डायबिटीज मरीजों की जांच की गई। पिण्डर घाटी बहुउद्देशीय विकास और सांस्कृतिक समिति (बधाड़ी) द्वारा उत्तराखंड की शौर्य गाथा पर आधारित पाडव नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति की ग ई। वहीं, कंचन मधुर कला संगम लखीमपुर खीरी द्वारा झोड़ा नृत्य प्रस्तुति किया गया। वहीं, मल्हार गु्रप ने पनियारी नृत्य का प्रदर्शन किया।

सांस्कृतिक प्रतियोगिता में ये रहे अव्वल

मिसेज उत्तराखंड में सुनंदा असवाल प्रथम, निधि रौतेला द्वितीय तथा अनिता वर्मा तृतीय रही, जबकि मिस उत्तराखंड में शिवानी प्रथम, कामना द्वितीय और कीर्ति तृतीय स्थान पर रहीं।

आज यह होंगे कार्यक्रम

- पर्वतीय भाषा में वाद-विवाद प्रतियोगिता

- म्यूजिकल चेयररेस प्रतियोगिता।

- नेपाल के काठमांडू के प्रसिद्ध लोक कलाकार गंगा बहादुर थापा की नेपाल के लोक संगीत व लोक नृत्य की प्रस्तुति।

- हरियाणवी लोक नृत्य घूमर

Posted By: Inextlive