कोरोना संकट से निपटने के लिए शोएब अख्तर ने भारत-पाकिस्तान मैच कराने का सुझाव दिया है। इसको लेकर कपिल देव का जवाब आया है। पूर्व भारतीय कप्तान का कहना है भारत को जान दांव में डालकर पैसे कमाने की जरूरत नहीं।

नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत को पहला वर्लडकप जितवाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा, 'वह (शोएब) अपनी राय का हकदार है, लेकिन हमें पैसे जुटाने की जरूरत नहीं है। हमारे पास पर्याप्त है। हमारे लिए, अभी जो महत्वपूर्ण है वह यह है कि इस संकट से कैसे निपटा जाए। मैं अभी भी एक देख रहा हूँ। राजनेताओं की ओर से टीवी पर बहुत सारा ब्लेम गेम चल रहा, जिसको बंद होना चाहिए।'

अख्तर चाहते हैं भारत-पाक मैच
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में धन जुटाने के लिए नया सुझाव दिया है। अख्तर का कहना है हम भारत बनाम पाकिस्तान मैच कराकर काफी पैसा कमा सकते हैं, फिर इस पैसे का उपयोग कोरोना मरीजों के इलाज में खर्च कर सकते हैं। बता दें दोनों देशों के ने साल 2007 के बाद कोई पूर्ण सीरीज नहीं खेली है। भारत पर आतंकी हमले के चलते सरकार ने पाक के खिलाफ मैच पर पाबंदी लगा रखी है, हालांकि यह दोनों टीमें आईसीसी इवेंट में एक-दूसरे से कई बार टकरा चुकी हैं। अब जब दोनों देशों में कोरोना संकट गहरा रहा है, ऐसे में पूर्व पाक गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत-पाक के बीच एक सीरीज का प्रस्ताव दिया है।

बंद दरवाजे में होना चाहिए मैच

अख्तर ने बुधवार को इस्लामाबाद में पीटीआई को बताया, 'संकट के इस समय में, मैं तीन मैचों की श्रृंखला का प्रस्ताव देना चाहता हूं जिसमें पहली बार, खेल के परिणाम को लेकर देश के लोग परेशान नहीं होंगे। यह एक चैरिटी मैच होगा। अगर विराट (कोहली) शतक लगाता है, तो हम खुश होंगे, अगर बाबर आजम सौ का स्कोर करते हैं तो आपको खुशी होनी चाहिए होंगे। दोनों टीमें विजेता होंगी, मैदान पर चाहे जो कुछ भी हो।' हालांकि अख्तर ने इस मैच को बंद दरवाजे के पीछे आयोजित करने की बात कही है। वह कहते हैं, 'यह केवल एक टीवी तक सीमित हो सकता है। चूंकि हर कोई घर पर देख रहा होगा। आप स्टेडियम में दर्शकों को नहीं ला सकते।

तटस्थ स्थान पर खेल सकते हैं

रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर अख्तर ने आगे कहा, 'पहली बार होगा, जब दोनों देश एक दूसरे के लिए खेलेंगे। और जो भी फंड इकठ्ठा होता है उसे भारत और पाकिस्तान सरकार को बराबर बांट लेना चाहिए, ताकि कोरोना जैसे महामारी के खिलाफ एकजुट हो सकें।' 44 वर्षीय अख्तर कहते हैं, 'हर कोई इस समय घर पर बैठा है, इसलिए बड़े पैमाने पर लोग इसे टीवी पर देखेंगे। खेलों का आयोजन दुबई जैसे तटस्थ स्थान पर किया जा सकता है। इससे द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध फिर से शुरू हो सकते हैं।'

एक-दूसरे की करनी चाहिए मदद

इस असाधारण समय में, अख्तर को लगता है कि दोनों देशों को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। वह कहते हैं, 'अगर भारत हमारे लिए 10,000 वेंटिलेटर बना सकता है, तो पाकिस्तान याद रखेगा। जहां तक मैच की बात है, हम केवल मैचों का प्रस्ताव कर सकते हैं। बाकी फैसला अधिकारियों को लेना है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari