हर होटल का अपना अलग प्रोटोकॉल होता है। शेड्यूल होता है। होटल का क्‍लीनिंग स्‍टाफ यह निर्धारित करता है कि अस्‍थाई रूप से घर की सफाई कैसे की जाए। क्‍योकि आप का रूम स्‍पाइस एंड स्‍पेन जैसा दिखता है इसका मतल यह नहीं उसे वैसा ही बनाना जरूरी है। होटल के कमरों की साफ-सफाई बहुत जरूरी होती है। होटल के कमरों के कुछ तथ्‍यों के बारे में जान कर चौक जाएंगे आप।


होटल के कमरे में हर हिस्से की नहीं होती है सफाईहम पागल नहीं है ना ही आप हैं। हम जानते है कि हर सफाई करने वाली अपना समय कमरे की स्क्रबिंग बफिंग और स्प्रे कमरे के हर हिस्से में नहीं करती है। हम होटल सफाई की प्रथाओं के कुछ बहुत गंदे रहस्यों का पर्दाफाश करने जा रहे हैं। जो होटले के कमरे की चादर में छिपा होता है। तकिये में छिपा होता है। बथरूम काउंटर पर छिपा होता है। यहां तक की आप के पीने के पानी में भी छिपा होता है। आप बेहतर तरीके के जानते हैं कि बेडशीट कितनी गंदी है। उस पर कितने बैक्ट्रीरिया लगे हुए हैं। हम पर भरोसा रखिए हम जानते हैं कि इनसे कैसे डील किया जाता है।होटल के ग्लास और मग ध्यान से प्रयोग करने चाहिए
जब हम होटल की सफाई पर शोध कर रहे हैं तो हमने कुछ ऐसी जगह ढूंढी जो आप के स्वास्थ के लिए जो खतरनाक हैं। जैसे होटल के कप में या मग में चाय पीना। रिमोट कंट्रोल, लाइट् स्विच और शायद उस में हतोत्साहित बिस्तर शामिल है। गंदगी मिट्टी और कीटाणु केवल एयरकंडीशनिंग झरोखों अनदेखी दरारों में छिपा है। यह खुले में अनअपोलोजेटिकली पाया जा सकता है। अध्यन मे भी पाया गया कि लाइट स्विच टेलीफोन नल जैसे कई ऐसी जगह हैं जिन्हें शायद ही कभी साफ किया जाता हो।सालों तक साफ नहीं होती हैं होटल की ये चीजेस्पार्कलिंग ग्लास जो सिंक के बाहर लटके रहते हैं हो सकता है वो सालों से वहां हों और उनकी कभी सफाई न की गई हो। होटल मग और ग्लास होटल के कमरे मे सबसे खतरनाक होते हैं। हिडेन कैमरा लगा कर देखा गया तो पाया गया बाथरूम के सिंक में ग्लास और मग बिना साबुन के साफ किए जाते हैं। इसके बाद इल्हें तौलिए से सुखा दिया जाता है। उन्हें रिप्लेस कर दिया जाता है और आप को लगता है यह बिलकुल नए हैं जबकि ऐसा होता नहीं हैं। अध्यन में पाया गया कि इन ग्लास को धोने के लिए टॉक्सी एसिड का प्रयोग किया जाता है जो विंडो क्लीनिंग के काम आते हैं। हिडेन कैमरें में कुछ मेडस पुराने तौलिए से ग्लास साफ करती हुई पकड़ी गईं। एक ही बाथ टब में नहाते हैं हजारो लोग


हम बहुत लोगों से मिले जिन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि वो होटल्स में बाथ टब में बाथ नहीं लेते हैं। एक दो लोग नहीं बल्कि हजारों लोग उस एक ही बाथ टब में बाथ लेते हैं। हमने देख कि बाथ टब को टॉक्सी क्लीनिंग केमिकल के साथ साफ किया जाता है। चश्मे की तरह सिंक बाथ टब और एक ही तौलिया से शौचालस को साफ करने के लिए प्रयोग किया जाता है। सफाई के दौरान एक ही तौलिया प्रयोग करने पर उसमे बैक्टीरिया भर जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत खतरनाक होते हैं।इन चीजों का रखना चाहिए ध्यानहोटल के कमरें में एक सुरक्षित जगह बिस्तर होती है। इस अज्ञात होटल के सफाई कार्यक्रम से पता चला कि यहां तकिया चादर और गद्दा तीन महिने में सिर्फ एक बार साफ किया जाता है। एक हिडेन कैमरे से पता चला कि तकिए का कवर बदल कर ऐसा ही छोड़ दिया जाता है। जो कंबल आप सर्दियों में होटल में ओढ़ते हैं वह शायद ही कभी साफ किया गया हो। आंख मुंह नाक का तकिए के साथ सीधा संपर्क होता है। तकिए के सारे कीटाणु आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। होटल में रूकते समय तौलिया चादर गद्दे ग्लास तकिए आदि की साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए।

Posted By: Prabha Punj Mishra