-फालोअप

-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी हॉस्टल शूट आउट केस

-आरोपी मोनू को पुलिस ने उसके घर से किया अरेस्ट

-मोनू ने कहा राजनीति के तहत उसे फंसाया गया

फालोअप

-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी हॉस्टल शूट आउट केस

-आरोपी मोनू को पुलिस ने उसके घर से किया अरेस्ट

-मोनू ने कहा राजनीति के तहत उसे फंसाया गया

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में शुरू हुए गैंगवार को कंट्रोल करना अब पुलिस के लिए चैलेंज बनता नजर आ रहा है। अंशु और अंश को हॉस्टल के बाहर गोली मारने के आरोप में पुलिस ने अभिषेक के भाई मोनू को अरेस्ट कर लिया। वह अपने घर में था। पुलिस ने उसे आरोपी बनाते हुए सलाखों के पीछे भेज दिया। जबकि इस मामले के मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह का पता नहीं चल सका है। वहीं दूसरी ओर जेल जाने से पहले मोनू ने सफाई दी कि वह निर्दोष है और उसे राजनीति के तहत फंसाया जा रहा है।

रात में मारी थी गोली

फ्राइडे नाइट पीसीबी हॉस्टल के गेट पर बाइक से पहुंचे बदमाश अंशु पाठक उर्फ अखिलेश और अंश उर्फ सर्वेश को गोली मार कर भाग निकले थे। अंशु को पेट में और अंश को हाथ में गोली लगी। शूट आउट की घटना से हड़कंप मच गया। हास्टल से पहुंचे छात्रों ने उनकी मदद की और स्वरूपरानी हॉस्पिटल ले गए। जहां से उन्हें रिफर करा कर प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। डॉक्टर के मुताबिक उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक अंशु पाठक और सर्वेश वर्तमान में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट नहीं है। अंशु पहले बीकाम का स्टूडेंट था और सर्वेश पीजी का रहा है। दोनों हास्टल में रहते थे जबकि छात्रों का कहना था कि वे अपने साथी से मिलने पहुंचे थे।

तीन हैं नामजद

छात्रों ने इस मामले में छात्र नेता अभिषेक सिंह उर्फ सोनू को आरोपी बताया। उनका कहना था कि घात लगाए सोनू ने ही यह हमला किया है। देर रात इस मामले में अंशु और सर्वेश की तरफ से अभिषेक और उसके भाई मोनू और अजीत यादव समेत दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा क्ब्7, फ्07 और 7 सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

घर पर मिल गया मोनू

शूट आउट की सूचना मिलने के बाद हॉस्टल में यह चर्चा शुरू हो गयी कि अभिषेक सिंह ने गोली मारी है। सोर्सेज की माने तो उस वक्त अभिषेक सिंह अपने घर पर ही था। लेकिन उसके बाद पुलिस के डर से भाग निकला। रात में पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी तो अभिषेक का भाई मोनू मिल गया। पुलिस उसे अरेस्ट कर कर्नलगंज पुलिस स्टेशन लेती आई। पूछताछ के बाद सैटरडे को उसे जेल भेज दिया। पुलिस इस मामले में अभिषेक और अजीत की तलाश में जुटी है।

अभिषेक ने दी सफाई

शूट आउट में नामजद किए गए अभिषेक ने मीडिया में प्रेस नोट भेजकर सफाई दी है। उसने इसे साजिश करार दिया है। अभिषेक का कहना है कि न्यायलय में उसकी गवाही माइकल के खिलाफ चल रही है। इसीलिए जबरन क्रास एफआईआर करके उसे फंसाया जा रहा है। इस घटना से उसका कोई लेनादेना नहीं है। प्रशासन इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराए।

Posted By: Inextlive