क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर-एक स्थित एक न्यूज चैनल के कार्यालय में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी लोकेश चौधरी के बॉडीगार्ड को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी कोलकाता से हुई है. एसएसपी अनीश कुमार गुप्ता ने बताया है कि निवेश करने के लिए लिये गए पैसे को लौटाना नहीं था. इसलिए लोकेश चौधरी ने नकली आईबी अफसर की पृष्ठभूमि तैयार की. पृष्ठभूमि तैयार करने के बाद ही दोनों बंधुओं को वहां बुलाया. इसके बाद चारों लोगों के पहचाने जाने के डर से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हालांकि, इस मामले में से पर्दा उठाना बाकी है.

ऐसे दिया घटना को अंजाम

लोकेश चौधरी ने महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल से पैसे लिए थे. जब इस पैसे को लौटाने का दबाव बनाया जा रहा था, तब लोकेश चौधरी परेशान हो गया था. तब उसने दस दिन पूर्व ही सुनील यादव लोकेश चौधरी की ड्यूटी पकड़ी था. वह एक रिटायर्ड फौजी है. सुनील यादव को 30 हजार रूपए की सैलेरी पर तैनात था. दूसरा बॉडीगार्ड धमेंद्र तिवारी घटना के दिन ही ज्वाइन किया था. वह एमपी सिंह जो कि नकली आईबी अफसर बनकर उसका साथ देता था. वहीं पैसे लेने के बाद लोकेश चौधरी उसका पैसा नहीं लौटाना चाहता था. इसलिए उसने एमपी सिंह को आईबी का अधिकारी बताकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की. इस पर दोनों व्यवसायी बंधु ने पहचान लेने का दावा किया होगा या बर्बाद करने की धमकी दी होगी. तब, दोनों की हत्या कर दी गई.

जम्मू से बना है लाइसेंस

सिटी एसपी सुजाता वीणापानी के मुताबिक, सुनील यादव का लाइसेंस जम्मू-कश्मीर का बना है. यह ऑल इंडिया वैलिड है. पुलिस ने उसके .32 बोर का रेगुलर रिवॉल्वर व 19 कारतूस जब्त किया है. सुनील कुमार द्वारा प्रयोग में लाए जा रहे दो मोबाइल व सिम, धुर्वा इलाके से जले हुए, डीवीआर का अवशेष, मृतक महेंद्र अग्रवाल एवं हेमंत अग्रवाल के तीन मोबाइल का जला अवशेष, पीले रंग की शर्ट तथा शर्ट का जला अवशेष पुलिस ने बरामद किया है.

केयर टेकरों का कोर्ट में बयान

पुलिस ने डबल मर्डर के आरोपी लोकेश चौधरी के चालक शंकर, चैनल परिसर का केयर टेकर विशुनदेव शर्मा और उसके बेटे राकेश को कोर्ट में 164 का बयान दर्ज करवा दिया है. इनके अलावा अन्य स्टाफ का भी पुलिस 164 का बयान दर्ज कराएगी.

Posted By: Prabhat Gopal Jha