चोरों का शार्ट कट विंडो
चोरी का शार्टकट विंडो
- आधी रात में होता है शार्टकट का इस्तेमाल - स्टेशन पर तैनात कर्मचारी और दुकानदार कर चुके हैं शिकायत द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : अगर आप स्टेशन पर टिकट या फिर इंक्वायरी काउंटर पर ट्रेन से रिलेटेड जानकारी लेने गए हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि यात्रियों की जेब काटने और मोबाइल चोरी के लिए चोरों ने जंक्शन स्थित विकलांग गेट से सटी हुई जाली में शार्टकट विंडो बनाया है। इसके जरिए वो प्लेटफॉर्म?में दाखिल होते हैं, लेकिन हैरत की बात यह है कि स्टेशन प्रबंधन इस बात की जानकारी होने के बाद भी आंखें मूंद बैठा है। लेट नाइट करते हैं शार्टकट का इस्तेमालजंक्शन के पांचवे गेट पर स्थित विकलांग गेट के पास जाली लगी हुई है। कुछ दिन पहले पॉकेटमार और मोबाइल चोरों ने विकलांग गेट के पास लगी जाली को काट दिया है। स्टेशन पर तैनात दुकानदार और कर्मचारियों ने बताया कि ये चोर मिडनाइट प्लेटफॉर्म पर इसी रास्ते एंटर करते हैं और अपने काम को अंजाम देते हैं। हालांकि रेलवे कर्मचारियों ने जाली की रिपेयरिंग के लिए कई बार स्टेशन प्रबंधन से कहा है, लेकिन अभी तक जाली को चेंज नहीं किया गया है।
पैसेंजर्स होते हैं निशानाविंडो की तरफ से आने वाले पॉकेटमार और मोबाइल चोरों के निशाने पर इंक्वॉयरी विंडो और यूटीएस काउंटर पर खड़े यात्री होते हैं। स्टेशन पर मौजूद दुकानदारों की मानें तो ये पॉकेटमार और मोबाइल चोर कोई शातिर चोर नहीं, बल्कि 12-18 साल के बीच के युवक हैं। वहीं एक दुकानदार ने बताया कि पूर्वी छोर पर जीआरपी केवल नाम के लिए तैनात है। रात के वक्त उनकी नजर इधर नहीं जाती।
नहीं दिखते कांस्टेबल्स स्टेशन पर घूमने वाले पॉकेटमार और मोबाइल चोरों की धरपकड़ के लिए जीआरपी और आरपीएफ ने प्लेटफॉर्म पर कांस्टेबल्स को तैनात कर रखा है, लेकिन तैनात कांस्टेबल न तो बुकिंग हॉल में दिखाई देते हैं और ना ही विकलांग गेट के पास। कटी हुई जाली के लिए रेलवे अधिकारियों से कहा गया है कि उसे बंद करा दिया जाए। चूंकि होली का त्योहार बीच में पड़ गया था, लेकिन जल्द ही जाली को बंद कर दिया जाएगा। आरसी मिश्रा, प्रभारी जीआरपी, गोरखपुर जंक्शन