-आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर सनबीम सनसिटी में मीडिया से हुए रूबरू

-कहा, पुरस्कार लौटाना गलत, जब राजनीति थी तो लिया ही क्यों पुरस्कार

VARANASI

सहिष्णुता भारत के डीएनए में है। साहित्यकारों, रचनाकारों व फिल्मकारों का पुरस्कार लौटाना गलत है। यदि इसमें राजनीति थी तो इसे लेना ही नहीं चाहिए था। यह बात आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कही। श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि रही बात सेंट्रल गवर्नमेंट व पीएम नरेंद्र मोदी की तो उन्हें अभी और समय दिया जाना चाहिए।

आतंकवाद का कारण हताशा

बीएचयू में पुरातन छात्र समागम के लिए बनारस आए अध्यात्म गुरु रविवार को अमरा स्थित सनबीम सनसिटी स्कूल कैंपस में मीडिया से मुखातिब हुए। रविशंकर ने कहा कि आतंकवाद का कारण हताशा, निराशा व तनाव है। दुनिया में तेजी से बढ़ते इन कारणों की वजह से आतंकवादी घटनाएं बढ़ रही हैं। आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि भारत की ऐसी स्थिति नहीं जैसी दिखाई देती है। एक सवाल के जवाब में कहा कि सोशल मीडिया के कारण खबरें जल्दी से इधर-उधर पहुंच रही हैं। इसमें कई बार जल्दबाजी भी हो जा रही है। सनसिटी में सनबीम ग्रुप के प्रेसिडेंट दीपक मधोक, डायरेक्टर भारती मधोक एवं असिस्टेंट डायरेक्टर प्रतिमा गुप्ता ने आध्यात्मिक गुरु का वेलकम किया। साथ ही श्रीश्री रविशंकर के साथ सनबीम ग्रुप के अध्यक्ष दीपक मधोक ने एमओयू पर सिग्नेचर किया, जिसके तहत सनबीम के स्टूडेंट्स को सहज और सफल जीवन जीने की कला सिखायी जाएगी। वहीं आर्ट ऑफ लिविंग के शिष्यों ने भजन गाकर उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया।

Posted By: Inextlive