- स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम के तहत हजरतगंज-आईजीपी चौराहे से होगी शुरुआत

- एक जनवरी से नई व्यवस्था होगी शुरू, 103 अन्य प्वाइंट्स भी हो रहे चिन्हित

LUCKNOW: बस कुछ दिन का इंतजार फिर आप हजरतगंज या आईजीपी चौराहा पार करते समय जल्दबाजी नहीं दिखा सकेंगे। इतना ही नहीं अगर आप भूलवश या जानबूझकर ट्रैफिक रूल्स तोड़ेंगे तो आपके घर सीधे चालान पहुंच जाएगा। इसकी वजह यह है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के दोनों प्रमुख चौराहों हजरतगंज और आईजीपी (इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान) चौराहे पर स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम शुरू होने जा रहा है। इस सिस्टम के तहत स्मार्ट कैमरों के साथ-साथ सेंसरयुक्त सिग्नल लगाए जाएंगे, जो नियम तोड़ने वालों पर आसानी से नजर रख सकेंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों की मानें तो 31 दिसंबर तक सिस्टम लगा दिया जाएगा और एक जनवरी से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

पहले चरण में दो चौराहे

स्मार्ट सिटी के तहत शहर के दो प्रमुख चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम शुरू होने जा रहा है, जिसके बाद अगर कोई भी वाहन सवार सिग्नल तोड़ता है या फिर रांग साइड दौड़ता है तो उसकी फोटो चौराहों पर लगने वाले स्मार्ट कैमरे में कैद हो जाएगी, जिसके बाद चालान सीधे उसके घर पहुंचेगा। शहर के 103 अन्य प्वाइंट्स पर भी इस तरह की व्यवस्था जल्द ही शुरू होगी।

कुछ अन्य प्वाइंट्स

इस योजना के तहत शहर के कुल 105 चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम शुरू किया जाना है। इसमें से दो चौराहों पर एक जनवरी से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी, जबकि अन्य चौराहों को भी फरवरी तक कवर कर लिया जाएगा। इन चौराहों में आलमबाग, सिकंदरबाद, हुसडि़या, मुंशी पुलिया, अलीगंज, खुर्रमनगर इत्यादि शामिल हैं।

फैक्ट फाइल

- 105 चौराहों पर शुरू होगा स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम

- 2 चौराहों पर पहले चरण में व्यवस्था होगी लागू

- 1 जनवरी से स्मार्ट ट्रैफिक व्यवस्था लागू करने की तैयारी

- 103 चौराहों पर भी फरवरी तक व्यवस्था हो जाएगी लागू

- 78 करोड़ खर्च होंगे इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम में

नंबरगेम

90 हजार से 1 लाख वाहन प्रतिदिन गुजरते हजरतगंज चौराहे से

30 से 40 हजार वाहनों का लोड आईजीपी चौराहे पर

ट्रैफिक मैनेजमेंट के फायदे

1-जाम से मुक्ति

2-एक्यूरेट सिग्नल टाइमिंग सिस्टम

3-रांग साइड चलने वालों के खतरे से निजात

4-नियम तोड़ने वालों पर आसानी से कार्रवाई

5-शहर का ट्रैफिक कहलाएगा स्मार्ट

सिग्नल पर सवाल

करीब सात से आठ माह पहले ही हजरतगंज समेत नौ चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे। प्रति सिग्नल लगाने में लाखों खर्च हुए थे। अब उक्त स्थान पर ही नए सिग्नल लगाए जाने हैं, जिससे सवाल उठ रहा है कि आखिर पैसे की बर्बादी क्यों। हालांकि इस संबंध में अधिकारियों का तर्क है कि अब सिर्फ सिग्नल नहीं लगने हैं, बल्कि स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट एप्लाई करना है। अभी सिग्नल हटाने की योजना नहीं है, उनके साथ ही नई व्यवस्था संचालित की जाएगी। अगर हटाए जाएंगे, तो उन्हें दूसरे स्थानों पर लगा दिया जाएगा।

बाक्स

स्मार्ट बस शेल्टर का काम शुरू

स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम के साथ ही स्मार्ट बस शेल्टर की दिशा में भी कदम आगे बढ़ा दिए गए हैं। दो स्मार्ट बस शेल्टरों के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। एक स्मार्ट बस शेल्टर आलमबाग मेट्रो स्टेशन के पीछे और दूसरा अवध हॉस्पिटल के पास तैयार कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, एक सप्ताह के अंदर दोनों बस शेल्टर बनकर तैयार हो जाएंगे। जिसके बाद जनता इनका यूज कर सकेगी।

वर्जन

हजरतगंज और आईजीपी चौराहे पर स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम क्रियांवित करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एक जनवरी से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। पूरे शहर के करीब 103 अन्य चौराहों पर भी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम क्रियांवित किया जाएगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive