40 गांवों को नगर निगम में शामिल करने का प्रस्ताव खारिज

वर्ष 2016 में सपा सरकार के समय बना था प्रस्ताव

9 में 7 गांवों को शामिल करने का प्रस्ताव हुआ स्वीकृत

आगरा। नगर निगम के अधिवेशन में सोमवार को नगर निगम की सीमा विस्तार का प्रस्ताव पार्षदों के हंगामे और विरोध के बीच खारिज हो गया। सपा सरकार के समय वर्ष 2016 में तैयार किए गए 40 गांवों के प्रस्ताव को मेयर नवीन जैन ने खारिज करने की घोषणा कर दी। बता दें कि वर्ष 2016 में इस प्रस्ताव को तैयार कर शासन को भेजा गया था। शासन ने दोबारा इसको सदन की स्वीकृति के लिए नगर निगम को भेज दिया। सदन में इसको लेकर अच्छा खासा विरोध हुआ। एक-दो पार्षद को छोड़कर किसी ने इसका समर्थन नहीं किया।

पार्षद बोले पहले 100 वार्डो की हालत सुधारो

40 गांवों को नगर निगम की सीमा में शामिल करने को लेकर दोपहर तीन बजे सदन शुरू हुआ। इस दौरान 64 पार्षदों की मौजूदगी में इसको लेकर चर्चा शुरु हुई। सबसे पहले पार्षद रवि बिहारी माथुर ने सीमा विस्तार को लेकर प्रस्ताव की निंदा करते हुए खारिज करने की मांग की। पार्षद मनोज कुमार ने भी प्रस्ताव का विरोध किया। अन्य पार्षदों में महेश और रवि शर्मा ने कहा कि पहले 100 वार्डो की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। इसके बाद भी सीमा विस्तार की बात की जाए। जरीना बेगम, भूपेन्द्र सिंह, राजेश प्रजापति, संजय राय, अनुराग चर्तुर्वेदी, नेहा अग्रवाल, मोहन सिंह, राहुल चौधरी, बच्चू सिंह आदि ने भी प्रस्ताव का विरोध किया। इस दौरान बंटी माहौर और कांग्रेस के शिरोमणि सिंह ने प्रस्ताव को स्वीकृत करने की मांग की। इस पर पार्षद हंगामा करते हुए वेल से होते हुए मेयर की चेयर तक पहुंच गए।

ये गांव हुए शामिल

तोरा, कलाल खेडि़या, कहरई, चमरौली, रोहता, बाबरपुर मुस्तकिल, दहतोरा, अवधपुरी, शास्त्रीपुरम, नगला अलबतिया

यह गांव नहीं हुए शामिल

कुआ खेड़ा, लकावली, बुढ़ाना बगदा, बरौली अहीर, रजरई, देवरी, सेमरी, नगला कली, कोलक्खा, पचगाई खेड़ा, नैनाना जाट, नैनाना ब्राह्मण, चोर नगरिया, रोहता, नादऊ, भागूपुर, कुबेरपुर, एत्मादपुर मजरा, पोइयां, लखनपुर, मोहम्मदपुर, सुनारी, बाईपुर, कैलाश गांव, बाबरपुर, सिकंदरपुर मुस्तकिल, सिकंदरपुर अहतमाली, खासपुर अहतमाली, स्वामी मुस्तकिल, खासपुर मुस्तकिल, दौरैठा, अजीजपुर, उधा का नगला, धनौली।

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नहीं शामिल होने चाहिए नौ गांव

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल यादव ने नौ गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल करने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि निगम सीमा में आने से ग्रामीणों को नुकसान होगा। चार गुना के बदले दो गुना मिलेगा मुआवजा।

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नगरायुक्त ने लगाई टैक्स प्रभारी को फटकार

नगर निगम सदन में नौ गांवों के विरोध में एक भी पार्षद नहीं आया। सभी ने एक स्वर में प्रस्ताव को पास कर दिया लेकिन जैसे ही सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र को निगम में शामिल करने की बात उठी। टैक्स प्रभारी अनिरुद्ध कुमार सिंह ने इसका विरोध कर दिया। मेयर की मौजूदगी में यह जैसे ही मामला आया। पार्षद अफसर के खिलाफ हो गए। यह देख नगरायुक्त अरुण प्रकाश ने टैक्स प्रभारी और छत्ता जोन के इंचार्ज अनिरुद्ध कुमार सिंह को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र को निगम में शामिल होना चाहिए। उधर, पार्षदों का कहना है कि सिकंदरा क्षेत्र में टैक्स की वसूली और टैक्स लगाने की प्रक्रिया जटिल है। इससे टैक्स प्रभारी पर वर्क लोड बढ़ जाएगा। जिसके चलते औद्योगिक क्षेत्र को शामिल न करने की बात कही थी।

दहतोरा के लोगों ने जताया विरोध

नगर निगम की सीमा में आने से दहतोरा के लोगों ने इन्कार कर दिया। लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इसके चलते जल्द ही सभा भी होने जा रही है।

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- नगर निगम सदन में 40 गांवों का प्रस्ताव नामंजूर हो गया है। यह प्रस्ताव सपा शासनकाल में तैयार हुआ था। अब सात गांव और सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र नगर निगम में शामिल होंगे। सदन की मंजूरी के बाद इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है।

नवीन जैन, मेयर

- नगर निगम का दायरा और भी बढ़ जाएगा। इससे कई और दिक्कतें भी सामने आएंगे। नए अफसरों की तैनाती और हाउस टैक्स का लक्ष्य भी बदलेगा।

अरुण प्रकाश, नगरायुक्त

- जिला पंचायत की सीमा को कम नहीं होने दिया जाएगा। इसका विरोध जताया जाएगा। अगर शासन के स्तर से कोई निर्णय होता है वह मान्य होगा।

प्रबल प्रताप सिंह उर्फ राकेश बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष

Posted By: Inextlive