ननकाना साहिब से लौट रहे सिखों से भरी वैन ट्रेन से टकरा गई जिसमें 21 सिख तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में 4 लोग एक ही परिवार से थे जो अपने एक रिश्तेदार को सांत्वना देने आए थे।


पेशावर (पीटीआई)। ननकाना साहिब में अपने एक रिश्तेदार को सांत्वना देकर लौट रहे एक सिख परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। इनकी मौत उसी हादसे में हुई जिसमें एक वैन के ट्रेन से टकराने से 21 सिख तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। यह हादसा शुक्रवार को पंजाब प्रांत में हुआ था। तीन भाई काका सिंह, पपिंदर सिंह, जय सिंह और पपिंदर की पत्नी अन्य लोगों के साथ दर्दनाक हादसे में मारे गए। वैन में सफर करने वालों में ज्यादातर पेशावर में पड़ोसी थे।हादसे की खबर सुन जय के पड़ोसी सदमे में
एक्सप्रेस ट्रिब्यून न्यूज पेपर की रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी अपने घर लौट रहे थे। ननकाना साहिब से लौटते वक्त शेखपुरा जिले में एक रेलवे क्राॅसिंग पर यह हादसा हो गया। मृतकों में एक भाई जय खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी स्थित गुरुद्वारा भाई जोगा सिंह में पिछले 10 सालों से धार्मिक संगीत की शिक्षा देता था। वह सिख समुदाय के लिए वालेंटियर के तौर पर अपनी सेवाएं देता था। दर्दनाक हादसे में इनकी मौत की खबर सुनते ही पड़ोसी जिनमें जय के स्टूडेंट भी शामिल थे, फफक का रो पड़े।मृतकों में मोहल्ले के करीब हर घर का सदस्य


मोहल्ला जोगन शाह के निवासी रविंदर सिंह ने कहा कि हादसे से वे सदमे में हैं। उन्होंने कहा कि मोहल्ले में शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां का कोई न कोई इस हादसे में मारा न गया हो। उनका कहना था कि वे सभी दशकों से साथ मिलजुल कर रह रहे हैं। इस खबर से पूर सिख समुदाय सदमे में है। पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार अमीर सिंह ने कहा कि हादसे में शामिल लोग तीन या चार परिवारों से हैं। पेशावर में करीब 40,000 सिख रहते हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh