रविवार को दूसरी टेस्ट रिपोर्ट भी निगेटिव आने के बाद बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। हांलाकि अब वे नई परेशानियों में पड़ सकती हैं। उनके खिलाफ कोरोना इन्फेक्टेड होने की जानकारी छिपाने के आरोप में एफआईआर दर्ज हो चुकी है और उन पर लीगल एक्शन होने की संभावना है।

लखनऊ (आईएएनएस)। बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर को आखिरकार संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से छुट्टी दे दी गई है क्योंकि कोरोनोवायरस के लिए उनकी दूसरी रिपोर्ट में भी वे निगेटिव पाई गई हैं। एसजीपीजीआईएमएस की प्रोफेसर कुसुम यादव ने कहा कि कनिका को घर जाने की अनुमति दे दी गई है। टेस्ट रिपो्रट्स में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनको 20 मार्च को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था

पहले 5 रिपोर्टस थीं पॉजिटिव

कनिका की लगातार पांच रिपोर्टों में वे कोेरोनावायरस पॉजिटिव डायग्नोज की गई थीं। इसके बाद शनिवार सिक्थ और रविवार की सेवेंथ रिपोर्ट में वे निगेटिव आई हैं। कनिका देश में इस खतरनाक वायरस के लिए पॉजिटिव टेस्ट होने वाली पहली बॉलीवुड सेलिब्रिटी हैं। इंस्टाग्राम पर एक बयान में, जिसे उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया, कनिका ने बताया था कि लंदन से लौटने पर उन्हें अपने में फ्लू के लक्षण दिखाई दिए थे। उन्होंने दावा किया कि जब तक उनको पॉजिटिव टेस्ट नहीं किया तब तक वह कोरोनावायरस इन्फेक्शन से अनजान थी।

लोगों से करती रहीं मुलाकात

9 मार्च को लंदन से आईं कनिका की मीडिया में इस बात के लिए काफी आलोचना की गई थी कि कोरोनावायरस से इन्फेक्टेड हो ने के बावजूद वे लखनऊ में पार्टियों और अन्य कार्यक्रमों में सैकड़ों लोगों के साथ मिलती जुलती रहीं थीं। उन्हें 20 मार्च को टेस्टस से ये पता चलने पर कि वह कोरोना पॉजिटिव थी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।

बढ़ सकती है परेशानी

कनिका की इसी लापरवाही के चलते अब उनकी परेशानी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि उनके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। उनके खिलाफ शहर में विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने की गंभीर लापरवाही के आरोप हैं। कहा जा रहा है कि कोरोनोवायरस से इन्फेक्टेड होने और अधिकारियों से सेल्फ क्वॉरंटीन करने के निर्देश के बावजूद उन्होंने ऐसी हरकत की थी। कनिका के खिलाफ शहर के सरोजनी नगर पुलिस स्टेशन में धारा 188, 269 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी।

Posted By: Molly Seth