- संडे को मैथोडिस्ट चर्च से निकला ईस्टर संडे का जुलूस

LUCKNOW(1 April) :

ढोल-मंजीरे और गिटार की धुन पर गाओ-गाओ जय के गीत गाओ, वो तो जिंदा है जैसे कई प्रभु के आराधना गीतों को गाते हुए लोग जुलूस में शामिल हुए। संडे को प्रभु यीशु के पुन: जीवित होने पर सुबह चर्च में विशेष प्रार्थना हुई। उसके बाद शाम को ईस्टर जुलूस निकला। जिसमें समुदाय के सैकड़ों लोगों ने प्रभु यीशु का गुणगान किया और सलीब के साथ अागे बढ़े।

इस रूट से िनकला जुलूस

संडे शाम सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च लालबाग से कैथेड्रल चर्च तक ईस्टर संडे का जुलूस निकाला गया। जुलूस अपने निर्धारित मार्ग शुभम सिनेमा हाल, कैसरबाग चौराहा, नूर मंजिल, नावेल्टी चौराहा होते हुए कैथेड्रल चर्च पहुंचा। जहां सभा का आयोजन हुआ। इसके बाद प्रार्थना सभा कर सबको ईस्टर की बधाई दी गई।

ये रहे शामिल

जुलूस में सलीब के साथ कैथेड्रल चर्च के बिशप डॉ। जेरॉल्ड जॉन मथायस, बिशप अगस्टस एंटोनी, फादर इलियस रोडरिक, फादर डॉ। डोनाल्ड एचआर डिसूजा, फादर रोनाल्ड डिसूजा, मेथोडिस्ट चर्च ऑफ इंडिया के बिशप डॉ। फीलिप मसीह, सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च के पादरी हर्बट एबुल, एबीसी अलीगंज के पादरी मॉरिस कुमार समेत अन्य चर्चो के पादरी शामिल रहे।

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एपीफेनी चर्च में ईस्टर मेला आज

ईस्टर संडे के मौके पर सोमवार को ईस्टर मेले का आयोजन होगा। एपीफेनी चर्च में लगने वाले मेले में बच्चों के लिए झूले और स्वादिष्ट व्यंजनों का इंतजाम किया गया है। चर्च के पादरी राजेंद्र सिंह ने बताया कि यह मेला ईस्टर संडे के दूसरे दिन लगता है इसीलिए इसे ईस्टर मंडे का मेला कहते हैं। जबकि ईस्टर पर्व के तीसरे दिन यानी मंगलवार को उप्र मसीही एसोसिएशन की ओर से क्राइस्ट चर्च कालेज में ईस्टर मिलन का आयोजन किया जाता है।

Posted By: Inextlive