- टीचर्स की पूछताछ के दौरान मेडिकोज में दिखा डर

LUCKNOW :केजीएमयू में मेडिकोज के बीच सीनियर्स की रैगिंग का खौफ इस कदर है कि वे टीचर्स के बार-बार पूछने के बाद भी रैगिंग करने वाले सीनियर्स के नाम नहीं बता रहे हैं। वे साफ कह रहे हैं कि सर, हमें आप से नहीं, सीनियर्स से डर लगता है। एक-दो नहीं दो दर्जन से अधिक सीनियर्स ने ये बात टीचर्स के सामने कही है।

पूरी टीम गई जांच करने

गौरतलब है कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने केजीएमयू में हॉस्टल जाते समय मेडिकोज द्वारा सीनियर्स को सलामी देने और हॉस्टल में रैगिंग का खुलासा किया था। जिसके बाद केजीएमयू के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने न्यू चक्रवर्ती हॉस्टल में छापामार कर जांच की थी। ग्राउंड फ्लोर के कई कमरों को चेक किया गया था। जांच करने वाली टीम में चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएएस कुशवाहा, प्रोवोस्ट डॉ। दीवान सहित अन्य डॉक्टर भी शामिल थे।

एक जवाब, हमें नहीं मालूम

चीफ प्रॉक्टर व अन्य ने मेडिकोज से रैगिंग करने, बाल छोटे कराने आदि के निर्देश देने वालों के नाम पूछे। इस पर उन्हें सब जूनियर्स से बस एक ही जवाब मिला, हमें नहीं मालूम। इस पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने कहा कि जब मालूम नहीं तो सलाम क्यों कर रहे थे और बाल छोटे क्यों कराए? क्या सीनियर्स से डर लगता है या हमसे डर रहे हो। इस पर मेडिकोज ने कहा कि आपसे नहीं सीनियर्स से बहुत डर लगता है।

न मानें सीनियर्स का आदेश

मेडिकोज की बात सुनकर प्रॉक्टोरियल बोर्ड भी दंग रह गया। इसके बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने मेडिकोज को बाल छोटे न कराने और क्लास में जाते समय सलाम न करने का आदेश दिए। साथ ही कहा कि किसी भी सीनियर का फोन रिसीव न करें और कोई सीनियर परेशान करें तो तुरंत जानकारी दें। रैगिंग की रोकथाम के लिए यहां एंटी रैगिंग सेल गठित की गई है। जिस पर आप शिकायत कर सकते हैं या फिर यूजीसी की हेल्पलाइन पर आप शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है।

बाक्स

हो सकते हैं कोर्स से बाहर

केजीएमयू प्रशासन के अनुसार जो भी रैगिंग करते पाया जाएगा, उसका कोर्स से निष्कासन किया जाएगा और मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। जिससे आरोपियों को जेल भी जाना पड़ सकता है। पिछले वर्ष दो आरोपी सीनियर्स को हॉस्टल से हमेशा के लिए निकाल दिया गया था। साथ ही 18 अन्य पर एक-एक हजार का जुर्माना लगाया गया था।

कोट

कैंपस में रैगिंग किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्टूडेंट्स को डरने की जरूरत नहीं है। कमेटी जांच कर रही है। जल्द ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।

प्रो। आरएएस कुशवाहा, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू

Posted By: Inextlive