पूर्ववर्ती सपा व बसपा सरकारों के कार्यकाल के दौरान वाराणसी व प्रयागराज अंचल में हुए तमाम निर्माण कार्यों पर शासन ने नजर टेढ़ी कर ली है।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW: पीडब्लूडी विभाग द्वारा कराये गए 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के इन कार्यों में प्रशासनिक व वित्तीय अनियमितता का आरोप है। जिसे देखते हुए शासन ने इन सभी निर्माण कार्यों की जांच एसआईटी को सौंप दी है। सरकारी धन की लूट का आरोपएसआईटी सूत्रों के मुताबिक, शासन ने वर्ष 2006 से 2012 के बीच वाराणसी व प्रयागराज अंचल के जिलों भदोही, वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, मीरजापुर, आजमगढ़, जौनपुर, प्रतापगढ़ और श्रावस्ती में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों की जांच एसआईटी से कराने का फैसला किया है। यूपी : राजधानी लखनऊ में फोर लेन के बनेंगे दो रेलवे ओवरब्रिज, कैबिनेट ने मंजूर किए और भी कई प्रस्तावजांच एसआईटी को सौंप दी
बताया गया कि इन जिलों में कुल मिलाकर 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, थाना भवन, जेल, पुलिस लाइन, अस्पताल आदि के निर्माण में जमकर धांधली की गई। इसकी भनक लगने पर शासन ने इन सभी जिलों में कराए गए 137 निर्माण कार्यों की जांच एसआईटी को सौंप दी है। जांच मिलने के बाद एसआईटी ने कार्यदायी संस्था पीडब्लूडी से सभी कार्यों के डीपीआर तलब कर लिये हैं।

Posted By: Shweta Mishra