46 अधिकारी व कर्मचारियों के मामले पर नहीं कोई सुध

केवल कॉपियों की अदला-बदली में जुटाए साक्ष्य

यूनिवर्सिटी में दोबारा जांच के लिए एसआईटी आने की आशंका

Meerut । सीसीएसयू में तीन दिनों से जांच कर रही एसआईटी टीम साक्ष्य जुटाकर शुक्रवार को रवाना हो गई। टीम ने यूनिवर्सिटी में गुपचुप तरीके से जांच कर साक्ष्य तो जुटाए लेकिन हैरानी की बात ये है कि नौकरी में गड़बड़ी के मामले में जांच करना टीम भूल गई। ऐसे में मात्र एमबीबीएस की कॉपियों में अदला-बदली के मामल पर ही एसआईटी ने जांच की। सूत्रों का अनुमान है कि कुछ दिनों बाद टीम का कार्रवाई हेतु दोबारा आने का चांस है।

94 में हुई थी गड़बडि़यां

दरअसल सीसीएसयू में सन 1994 से 97 के बीच हुई गड़बडि़यों एवं अनियमित तरीके से हुई भर्तियों को लेकर 14 रजिस्ट्रार, डिप्टी रजिस्ट्रार एवं 32 कर्मचारियों पर जांच के लिए दोबारा सीएम ने विजिलेंस को निर्देश दिया था। इस मामले में एसआईटी भी तैयार की गई थी। सूत्र बताते हैं कि टीम ने केवल एमबीबीएस कॉपियों के मामले की जांच की। सूत्र बताते हैं कि टीम ने नौकरी के मामले की कोई जांच नहीं की।

ये था पूरा मामला

दरअसल प्रो। पांडेय पर कॉलेजों में मनमाने तरीके से मान्यता देने, वित्तीय लाभ लेने, कर्मचारियों की नियुक्ति में गड़बड़ी के आरोप थे। शासन ने पूरे मामले में विजिलेंस को जांच सौंपी थी। विजिलेंस कई वर्षो तक जांच करती रही, लेकिन यूनिवर्सिटी से कोई डॉक्यूमेंट नहीं मिले। विजिलेंस का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने उसे डॉक्यूमेंट नहीं दिए। विजिलेंस के अनुरोध पर ही शासन ने विशेष सचिव उच्च शिक्षा की अध्यक्षता में लखनऊ में समिति गठित की थी, जो सितंबर 2018 को मेरठ पहुंची व 30 बिंदुओं पर जांच की।

सीएम ने दिया था आदेश

समिति ने 12 अक्टूबर को जांच की रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में माना कि रजिस्ट्रार ऑफिस में डॉक्यूमेंट होते हुए भी पेपर नहीं दिए गए ओर प्रश्नों के उत्तर भी नहीं दिए गए। समिति ने अधिकारियों एवं आरोपियों की मिलीभगत की बात कहते हुए एफआईआर दर्ज कराने का प्रकरण की फिर से सतर्कता जांच कराए जाने की मांग की है। इसी रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने एफआईआर दर्ज कराते हुए दूसरी जांच व पुरानी जांच करने के आदेश दिए थे। इन दोनो के संबंध में टीम आई थी।

दोबारा आएगी टीम

सूत्रों के अनुसार टीम अभी साक्ष्य लेकर गई है। जो एमबीबीएस वाले मामले में है, कार्रवाई हेतू एकबार फिर से कुछ दिनों में टीम के आने की संभावना है ऐसा जानकारी मिली है।

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एसआईटी ने यूनिवर्सिटी में गोपनीय जांच की है। इसलिए इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है। टीम को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूरा सहयोग किया। बताते हैं कि टीम दोबारा आ सकती है।

धीरेंद्र कुमार, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive