पद्मश्री सम्‍मान भारत के सबसे प्रतिष्ठित सम्‍मानों में से एक है। ये सम्‍मान भारतीय नागरिक को उनके विशिष्‍ट योगदान के लिए दिया जाता है। क्‍या हो अगर कोई इस सम्‍मान को लेने से मना कर दे। कुछ ऐसा ही हुआ मशहूर सितार और सुरबहार वादक उस्ताद इमरत खान के साथ। जब उन्‍होंने इस सम्‍मान को लेने से मना कर दिया।


26 जनवरी को हुई थी नाम की घोषणामशहूर सितार और सुरबहार वादक उस्ताद इमरत खान 82 को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म सम्मान के लिए नाम की घोषणा की गई। जिसके बाद शिकागो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने सेंट लुइस निवासी इमरत खान से संपर्क किया। जवाब में उन्होंने दूतावास को बताया कि उनसे पहले उनके जूनियर्स पद्म भूषण सम्मान सम्मानित किया जा चुका है। पद्मश्री दिए जाने के फैसले से उन्हें मिश्रित भावनाओं की अनुभूति हो रही है। उम्र के इस पड़ाव में भारत सरकार ने मुझे पद्मश्री सम्मान के लिए चुना है। यह सम्मान देने के पीछे की भावनाओं का मैं आदर करता हूं। संगीत मेरे जीवन का हिस्सा है- इमरत खान
भारतीय शास्त्रीय संगीत सितार और सुरबहार के प्रसार में इमरत खान का अतुल्य योगदान है। बड़े भाई उस्ताद विलायत खान के अलावा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान उस्ताद, अमेदजन थिरकवा खान और पंडित वीजी जोग जैसे दिग्गजों के साथ प्रस्तुति दे चुके हैं। इमरत ने कहा कि वह पद्मश्री स्वीकार करके समझौता नहीं करना चाहते। मेरा संगीत मेरे जीवन का सबसे अहम हिस्सा है। बिना किसी भ्रष्ट आचरण और इस कला के प्रति पूरे समर्पण के साथ मैंने इसे जीवनभर सबसे ऊंचे पायदान पर रखा है। उन्होंने कहा कि पद्मश्री लेने से इन्कार उन्होंने आत्म-उन्नयन की भावना से नहीं किया है बल्कि यह सिर्फ औचित्य का मामला है।किसे दिया जाता है पद्मश्री सम्मान पद्म श्री या पद्मश्री भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला सम्मान है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। भारत के नागरिक पुरस्कारों के पदानुक्रम में यह चौथा पुरस्कार है। इससे पहले भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण का स्थान है। पद्म और श्री शब्द देवनागरी लिपि में अंकित रहते हैं।National News inextlive from India News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra