-विधायक के आश्वासन के बाद शाम तक चला धरना समाप्त

Mawana : अभद्रता के विरोध के विरोध में एसडीएम के खिलाफ आंदोलित हुए राजस्व संग्रह अमीनों एवं राजस्व संग्रह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के धरने पर एसडीएम दूसरे दिन पहुंची। उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि धारा 144 लगी है, किसकी परमिशन पर धरना दिया जा रहा। कार्रवाई भी हो सकती है। इस पर कर्मचारी भड़क गए। इस दौरान एसडीएम से नोकझोंक भी हुई। मीडिया कर्मियों के पहुंचने पर उन्होंने नरमी दिखाते हुए कर्मचारियों के प्रति भी अपना रवैया बदला। इसके बाद विधायक प्रभुदयाल वाल्मीकि ने कर्मचारियों से वार्ता की कर धरना समाप्त करने की बात कही, मगर धरना जारी रहा।

एसडीएम के तेवर नहीं हुए नरम

राजस्व संग्रह अमीन संघ एवं राजस्व संग्रह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के कर्मचारियों ने एसडीएम पर अभद्रता व संग्रह सेवकों से तहसील में सफाई कराने की बात कहने का आरोप लगाते हुए एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मंगलवार से तहसील में धरना शुरू कर दिया था, जबकि एसडीएम ने लगाए गए सभी आरोप गलत बताए थे। बुधवार को सुबह संग्रह अमीन एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संग्रह सेवक धरना स्थल पर पहुंच गए। लगभग 11 बजे एसडीएम धरना स्थल पर पहुंची और कहा कि धारा 144 लागू है। किसकी परमिशन से धरना दिया जा रहा है। इस पर कर्मचारी आग आग बबूला हो गए।

कर्मचारियों में रोष

इस दौरान कर्मचारियों की नोकझोंक भी हुई। हालांकि बाद में एसडीएम कुछ नरम भी पड़ी, लेकिन एसडीएम की वार्ता का कोई नतीजा नही निकला। कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। एसडीएम के बाद क्षेत्रीय विधायक प्रभुदयाल वाल्मीकि धरना स्थल पर पहुंचे। राजस्व संग्रह अमीन संघ के पदाधिकारियों ने विधायक से एसडीएम की अभद्रता की शिकायत करते हुए अपनी समस्या रखी। विधायक ने उनसे मांग पत्र मांगा और उसे शासन को भेजकर समस्या हल कराने का आश्वासन दिया, लेकिन कर्मचारियों ने धरना समाप्त नहीं किया। शाम को विधायक, एसडीएम की संघ जिलाध्यक्ष से वार्ता के बाद आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया। कुणाल गौतम, जय प्रकाश, प्रमोद चौधरी, अतुल कुमार, दिनेश, अशोक, र¨वद्र, चंदन, प्रेम रहे।

Posted By: Inextlive