-13 वर्ष बाद सोनपुर मेला फिर से शुरू हुआ पुलिस सम्मान समारोह

PATNA/SONPUR: विश्व विख्यात हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला में टूट चुकी परंपरा को फिर से शुरू किया गया। मेले में 13 वर्ष बाद रविवार को पुलिस पारितोषिक वितरण समारोह शुरू हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि प्रदेश के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने करीब 600 पुलिस अफसरों एवं जवानों को उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया। कांडों के भंडाफोड़, कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी, लूट तथा हत्या में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी एवं अपहरण के मामले में उपलब्धि के अलावा सामाजिक सौहार्द व उत्कृष्ट कार्य के लिए सभी को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार पाने वालों में एसपी, डीएसपी एवं इंस्पेक्टर से लेकर पुलिस के जवान शामिल हैं। इस दौरान आम नागरिकों को भी सामाजिक सौहार्द कायम करने की दिशा में अहम भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया।

बख्शा नहीं जाएगा : डीजीपी

पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने इस मौके पर कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों को किसी भी सूरत पर बख्शा नहीं जाएगा। बिहार कानून का राज स्थापित करने को प्रतिबद्ध है। पुलिस जनता के प्रति संवेदनशील बने, ताकि जनता आश्वस्त हो सके कि पुलिस उसकी सुरक्षा में सक्षम है।

पुलिस पर बढ़ा विश्वास

डीजीपी ने कहा कि पुलिस की तत्परता को लेकर चालू वर्ष के जनवरी से अक्टूबर की बीच संगीन अपराधियों को मृत्यु दंड की सजा दिलाई गई। वहीं पूरे सूबे में 1307 को विभिन्न अपराध के लिए आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई। बहुचर्चित मामलों में जल्द फैसला आने से समाज में पुलिस और कानून के प्रति आस्था बढ़ती है।

व्यंजनों की खुशबू खींच रही अपनी ओर

हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला में आस्था एवं परंपरा के विविध रंगों में रंगे भारतीय संस्कृति के कई रूप देखने को मिल रहे हैं। लोक संस्कृति, परंपरा व आस्था से जुड़े हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला में भी भारतीय संस्कृति की खास पहचान उसके लजीज व्यंजन की मिठास घुली हुई है। सोनपुर मेले की एक खास पहचान लिट्टी-चोखा व इसके जैसे कई जायकेदार व्यंजन हैं। मेले में आने वाले देशी-विदेशी सैलानी लिट्टी-चोखा के साथ-साथ यहां की खास पहचान गुड़ की जलेबी, पापड़ी मिठाई जैसे व्यंजनों की मिठास की खुशबू में इसके पास खींचे चले आते हैं। लिट्टी और चोखा का स्वाद भारतीय संस्कृति व परंपरा में रची बसी हुई है। इसके स्वाद के दिवाने न सिर्फ ग्रामीण इलाके बल्कि शहरी और सात समंदर पार विदेश से आए सैलानी भी हैं। मेले में आने वाले लोग लिट्टी-चोखा की सोंधी खुशबू से स्टॉल की ओर खींचे चले जाते है।

Posted By: Inextlive