ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलानुशासक द्वारा छह छात्रों को काली सूची में डालने की कार्रवाई को लेकर फ्राईडे को छात्रों ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया। छात्रों ने कहा कि चीफ प्रॉक्टर ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए 06 छात्रों को काली सूची में डालने की कार्रवाई की है और उनका परिसर में प्रवेश रोकने, परीक्षा परिणाम रोकने, प्रवेश में रोक और डिग्री को निरस्त करने की संस्तुति की है। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष विक्रान्त सिंह ने कहा कि यह एक ऐसा मामला है। जिसमे एफआईआर की गई है और मामले में जांच चल रही है। उस पर एकतरफा कार्रवाई करना पूरी तरह आलोकतांत्रिक है। हमें अपना पक्ष रखने का भी मौका नहीं दिया गया जो न्याय के मौलिक सिद्धांत के विपरीत है।

छात्रों ने उठाया सवाल

क्या इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कोई बोर्ड ऑफ डिसिपलिन गठित है

क्या इविवि में डिसिपलिन कोआर्डिनेशन कमेटी गठित है। यदि है तो सदस्य कौन कौन है।

काली सूची का प्रावधान किस एक्ट, स्टेच्यूट या आर्डिनेंस में है

अनुशासन सुनिश्चित करने के लिये बोर्ड ने क्या प्रक्रिया सुनिश्चित की है

क्या आटा बोर्ड ऑफ डिसिपलिन का कार्य कर सकती है।

काली सूची में डालने के क्या विधिक कारण हैं

Posted By: Inextlive